कुछ दिन पूर्व ही एक संस्था ने पिछले वर्ष देश में भ्रष्टाचार में वृद्धि होने की बात कही थी; परंतु यह वृद्धि होते समय भ्रष्टाचार कहां हुआ, यह स्पष्ट नहीं हुआ था; परंत अब वह स्पष्ट हो रहा है । इससे कोरोना जैसे संकट में भारतीय लोग शव की तालू पर लगाया हुआ मक्खन खाने में भी आगे हैं, यह बात ध्यान में आती है ! इस स्थिति को बदलने हेतु अब हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !
नई देहली – कोरोना से सामना करने के काम में अनेक घोटाले हुए हैं । इस संदर्भ में केंद्र सरकार को भ्रष्टाचार की ४० सहस्र शिकायतें प्राप्त हुई हैं । चिकित्सालयों में सुविधाओं का अभाव, पीएम केयर कोष में चंदा देने में आनेवाली समस्याएं, मुलभूत सुविधाओं का अभाव, सहायता के लिए विदेशों से आए हुए प्रस्ताव, यातायात बंदी के कारण फंस जाना, उत्पीडन, परीक्षाएं, अलगीकरण आदि के संदर्भ में केंद्र सरकार के पोर्टल पर शिकायतें प्रविष्ट की गईं । सरकार ने अप्रैल के महीने में एक स्वतंत्र शिकायत निवारण पोर्टल बनाया था, जिस पर लगभग १ लाख ६७ सहस्र शिकायतें प्रविष्ट की गईं । इनमें से १ लाख ५० सहस्र शिकायतों का समाधान किया गया । ‘डिपार्टमेंट ऑफ एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स एंड पब्लिक ग्रिविएन्सेस’ जालस्थल पर इसका विवरण देखा जा सकता है ।
Centre has received nearly 40,000 corruption complaints related to #COVID19
(reports @deekbhardwaj)https://t.co/vZakM6f5HQ pic.twitter.com/eyqF55llcc
— Hindustan Times (@htTweets) December 7, 2020
इन शिकायतों में से कोरोना के संदर्भ में किए गए कामों में हुए भ्रष्टाचार और घोटालों की शिकायतें अलग निकाली गईं । यही संख्या ४० सहस्रतक है । इसमें मंत्रालयों में किए गए घोटाले, रिश्वतखोरी, धन की भरपाई, साथ ही सरकारी अधिकारियों द्वारा किए गए उत्पीडन आदि शिकायतें अंतर्भूत हैं ।