रूस के मुसलमान आध्यात्मिक प्रशासन के विशेषज्ञ सलाहकार समूह का निर्णय
लव जिहाद की सहस्रों घटनाएं होनेवाले भारत में क्या इस प्रकार से प्रतिबंध लगाया जाएगा ?
मॉस्को (रूस) – इस सप्ताह में रूस के मुसलमान आध्यात्मिक प्रशासन के विशेषज्ञ समूह की ओर से रूस के मुसलमान पुरुषों को गैरमुसलमान युवतियों से विवाह करनेपर प्रतिबंध करने का धार्मिक निर्णय लिया गया । उसपर पूरे देश के वरिष्ठ मुसलमान धर्मगुरुओं ने तीव्र प्रतिक्रियाएं दी हैं । इस्ला का कानून मुसलमान युवतियों को गैरमुसलमान पुरुषों से विवाह करनेपर प्रतिबंध लगाता है; परंतु मुसलमान पुरुषों को ज्यू और ईसाई युवतियों से विवाह की अनुमति देता है ।
A religious ruling that bans Muslim men in Russia from marrying non-Muslim women sparks backlash from senior clergy https://t.co/06K51xjWxD
— The Moscow Times (@MoscowTimes) November 12, 2020
१. इस समूह द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार मुसलमान पुरुष और गैरमुसलमान युवतियों के आंतरधर्मी विवाहों के लिए कुछ अपवादात्मक घटनाओं में ही अनुमति दी गई है; जिसके लिए केवल स्थानीय मुफ्ती ही सहमति दे सकते हैं ।
२. उलेमा के रूप में जाने जानेवाले विशेषज्ञ समूह से अपने इस निर्णय में कहा है कि अधिकतर आंतरधर्मी विवाह विवादित होने के कारण अनेक समस्याएं उत्पन्न होती हैं ।
३. इस समूह ने अपने इस निर्णय में बच्चों के पालनपोषण के संदर्भ में होनेवाले संभावित मतभेद और संपूर्णरूप से भिन्न वैश्विक दृष्टिकोण, संस्कृति और शिक्षा के विषयोंपर ध्यान आकर्षित किया ।
४. समूह ने कहा है कि रूस में कई अन्तरधर्मी विवाह हो रहे हैं । इन विवाहों के संदर्भ में यह दिखाई दिया है कि जन्म होनेपर बच्चों को उनका धर्म कौनसा है, यह ज्ञात नहीं होता । अधिकतर प्रकरणों में पति, पत्नी और उनके संबंधियों में बार-बार अवधारणाएं बनने से अन्तरधर्मी विवाहों में विच्छेद होता है ।
५. धर्मनिरपेक्ष रूस में ऑर्थोडॉक्स ईसाइयों के पश्चात इस्लाम दूसरा सबसे बडा धर्म है । अगले १५ वर्षाें में वर्तमान २ करोड मुसलमान जनसंख्या दोगुनी होने की संभावना है ।