पाटलीपुत्र (बिहार) – बिहार की नवनिर्वाचित सरकार के मुख्यमंत्री और कुछ मंत्रियों का शपथग्रहण समारोह संपन्न होने के उपरांत नए मंत्रियों के विभागों की घोषणा की गई । इसमें जनता दल (संयुक्त) के विधायक डॉ. मेवालाल चौधरी को शिक्षा विभाग दिया गया था; परंतु उनके विरुद्ध सहायक प्राध्यापक नियुक्ति का कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप होनेपर सरकार की आलोचना होने लगी । उसके कारण डॉ. चौधरी ने २ दिनों में ही अपने पद से त्यागपत्र दिया है । इस संदर्भ में डॉ. चौधरी ने किहा कि किसी के विरुद्ध अभियोग तब चलता है, जब उसके विरुद्ध आरोपपत्र प्रविष्ट हुआ हो अथवा उसके संबंध में न्यायालय ने कुछ निर्णय दिया हो । मेरे संदर्भ में मेरे विरुद्ध आरोपपत्र भी प्रविष्ट नहीं हुआ है और अपराध पंजीकृत भी नहीं हुआ है ।