राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण द्वारा बंगाल और केरल से ‘अल-कायदा’ के ९ आतंकवादी गिरफ्तार

देश के महत्त्वपूर्ण स्थानों पर आक्रमण करने का था षड्यंत्र ! 

  • हिन्दुओं को जड से उखाडने बैठे जिहादी आतंकवादियों ने देश में कितनी गहराई तक हाथ-पैर फैलाए हैं, यही इससे ध्यान में आता है ! जिहादी आतंकवाद का जड से उच्चाटन करने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !
  • आधुनिकतावादी, साम्यवादी, प्रसारमाध्यम अब इसे ‘इस्लामी आतंकवाद’ क्यों संबोधित नहीं करते ?

कोलकाता/थिरुवनंतपुरम – राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने (‘एन.आई.ए.’ने) १९ सितंबर को सवेरे बंगाल और केरल राज्यों में छापा मारकर वहां से जिहादी आतंकवादी संगठन ‘अल-कायदा’ के ९ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है । उनके नाम मुर्शीद हसन, याकुल बिस्वास, मोर्शफ हुसैन, नजुस साकिब, अबू सूफियान, मैनुल मंडल, लियू यीन अहमद, अल मामून कमाल और अतितुर रहमान हैं । बताया जा रहा है कि ये सभी आतंकवादी मजदूर हैं तथा अधिकांश की आयु लगभग २० वर्ष है । इस प्रकरण में ‘एन.आई.ए.’ ने अपराध प्रविष्ट किया है ।

‘एन.आई.ए.’ ने बंगाल स्थित मुर्शिदाबाद से ६ तथा केरल के एर्नाकुलम से ३ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है । आतंकवादियों के पास से डिजिटल उपकरण, कुछ कागजात, जिहादी सामग्री, शस्त्र, देशी शस्त्र और विस्फोटक बनाने के कागजात और अन्य सामग्री जप्त की गई है । एन.आई.ए. को बंगाल और केरल सहित देश के कुछ स्थानों के अल कायदा के ‘अंतरराज्यीय मॉड्युल’ से संबंधित जानकारी मिली थी । इसके साथ ही यह भी जानकारी मिली थी कि वे महत्त्वपूर्ण स्थानों पर आतंकवादी आक्रमण करने का षड्यंत्र रच रहे हैं । बताया जा रहा है कि, उसके पश्चात यह कार्यवाही की गई ।

‘सामाजिक माध्यमों’ द्वारा कट्टरपंथी बनाया !

‘एन.आई.ए.’ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रारंभ में इन आतंकवादिेयों को सामाजिक माध्यमों द्वारा (सोशल मीडिया द्वारा) पाकस्थित अल कायदा के आतंकवादियों ने कट्टरपंथी बनाया तथा देहली सहित अन्य राज्यों में आतंकवादी आक्रमण करने हेतु प्रेरित किया । इसके लिए योजनाबद्ध पैसे भी एकत्रित किए जा रहे थे । शस्त्र और विस्फोटक खरीदने के लिए कुछ आतंकवादी देहली जाने की योजना बना रहे थे ।