- भारत सरकार पाकिस्तान के पीडित हिन्दुओं के लिए अब तो आवाज उठाए, यह हिन्दुओं की अपेक्षा है !
- भारत में अल्पसंख्यकों पर हो रहे कथित अत्याचारों के प्रति सजग रहनेवाला विश्व मानवाधिकार संगठन पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिन्दुओं को भोगनी पड रही नरकयातनाओं के संदर्भ में एक शब्द भी नहीं बोलता, इसे ध्यान में लें ! सरकार को ऐसी दोहरी नीतिवाले संगठनों से इस संदर्भ में प्रश्न पूछना चाहिए !
सिंध – गरीबी और अत्याचारों से त्रस्त होकर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बादिन जनपद के हिन्दुओं द्वारा इस्लाम स्वीकारने की घटनाएं सामने आ रही हैं । अरबी आयतों को पढकर इस्लाम स्वीकार करने के पश्चात तुरंत ही हिन्दू पुरुषों की सुंता की जा रही है ।
यहां हिन्दुओं को सामूहिकरूप से भेदभाव का सामना करना पड रहा था । घर खरीदने, नौकरी प्राप्त करने और सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए उन्हें कडा संघर्ष करना पड रहा था; परंतु यहां के हिन्दू अब इस्लाम अपनाने के पश्चात संतुष्टि व्यक्त कर रहे हैं । इसके साथ ही वे अब अत्याचार और हिंसा से छुटकारा मिलने की बात भी कर रहे हैं ।
जून के महीने में धर्मांतरण कर अब असलम शेख बने सावन भील ने कहा कि मौलाना और धार्मिक संगठन इस धर्मांतरण को प्रधानता से लेते हैं । इसके लिए हिन्दुओं को नौकरी और भूमि देना जैसे लालच दिए जाते हैं । पहले ही गरीबी की मार झेल रहे आज की कोरोना महामारी के कारण उनकी समस्याएं और बढ गई हैं । धनवान मुसलमानों द्वारा अन्य मुसलमानों को सहायता दी जाती है, अब हमें भी सहायता मिलेगी । यहां प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने समुदाय की सहायता करता है, तथापि हमारे देश में हिन्दुओं की सहायता करने के लिए अब हिन्दू शेष ही नहीं हैं ।’