- जैसे रजाकारों के वंशज हों ! इस प्रकार का विधान करने के लिए; किंतु अब किसी को भी भीख डालने की आवश्यकता नहीं, ऐसा हिन्दुआें को लगता है !
- क्या यह उच्चतम न्यायालय का सीधा सीधा अपमान नहीं है ? ऐसे लोगों को न्यायालय द्वारा दंडित किया जाना चाहिए, हिन्दू जनमानस की यह अपेक्षा है !
भाग्यनगर (तेलंगाना) – इन्शाअल्लाह ! बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी एमआइएम के अध्यक्ष सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ऐसा ट्वीट किया है । उसी प्रकार उसके साथ बाबरी मस्जिद के पुराने छाया चित्र एवं रामजन्मभूमि आंदोलन के समय बाबरी ढांचा गिराए जाने के चित्र भी उन्होंने प्रकाशित किए हैं । उसके लिए उनके द्वारा #BabriZindaHai हैशटॅग का उपयोग करने के उपरांत वह शीर्षक ख ट्रेंड कर रहा है ।
#BabriMasjid thi, hai aur rahegi inshallah #BabriZindaHai pic.twitter.com/RIhWyUjcYT
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 5, 2020