सनातन प्रभात > Post Type > सुविचार > बुद्धिवादी अर्थात धर्मद्रोही ! बुद्धिवादी अर्थात धर्मद्रोही ! 21 Jun 2024 | 03:14 AM Share this on :TwitterFacebookWhatsapp सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी धर्म बुद्धि से परे है । अतः धर्म को बिना समझे बुद्धिवादियों ने धर्म की आलोचना करना धर्मद्रोह ही है । ✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ‘सनातन प्रभातʼ नियतकालिक Share this on :TwitterFacebookWhatsapp नूतन लेख विश्व के विषय में जानने संबंधी विज्ञान और अध्यात्म की क्षमताजातिवाद के कारण हिन्दुओं की अधोगति हो रही है !बुद्धिवादियों के कारण अध्यात्म के विविध अंगों से वंचित रहनेवाले हिन्दू !हिन्दुओं द्वारा धर्म भुलाने का यह है परिणाम !महाराष्ट्र के महान संत ज्ञानेश्वर की महिमा !हिन्दुओं में धर्मप्रेम न होने का परिणाम !