सनातन प्रभात > Post Type > समाचार > अंतरराष्ट्रीय > धर्मनिरपेक्षता के चाहे कितने भी ढोल पीटे जाएं; परंतु भारत की आत्मा, जो सनातन धर्म वह कभी भी परिवर्तित नहीं होगी ! – अधिवक्ता (डॉ.) एस्.सी. उपाध्याय, सर्वोच्च न्यायालय > H_C_upadhyay1.jpg320 H_C_upadhyay1.jpg320 Share this on :TwitterFacebookWhatsapp Share this on :TwitterFacebookWhatsapp