चीन द्वारा नेपाल के रुई गांवपर अवैधरूप से नियंत्रण
नेपाल ने भारत के ३ प्रदेशों को अपना बताकर स्वयं का मानचित्र ही बदल दिया है; किंतु दूसरी ओर चीन ने नेपाल से विश्वासघात करते हुए नेपाल के उत्तर गोरखा के रुई गांवपर अपना नियंत्रण स्थापित किया है ।
नेपाल ने भारत के ३ प्रदेशों को अपना बताकर स्वयं का मानचित्र ही बदल दिया है; किंतु दूसरी ओर चीन ने नेपाल से विश्वासघात करते हुए नेपाल के उत्तर गोरखा के रुई गांवपर अपना नियंत्रण स्थापित किया है ।
विश्वभर के २०० से अधिक देशों में कोरोना का संक्रमण हुआ है । इनमें से अधिकांश देशों में कोरोना की पहली लहर ही कम नहीं हुई है और अब ८१ देशों में दूसरी लहर आने की संभावना उत्पन्न हो गई है, ऐसी चेतावनी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी है ।
चीनी सैनिकों ने पहले भारतीय सेना के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल बी. संतोष बाबूपर आक्रमण किया । उनके वीरगति को प्राप्त होने के पश्चात आगबबूला बने बिहार रेजिमेंट के सैनिकों ने चीनी सैनिकों को चुन-चुनकर उनकी गर्दन मरोडकर उन्हें मार डाला । एक अंग्रेजी समाचारपत्र ने सूत्रों के माध्यम से यह जानकारी दी है ।
नेपाली पुरुषों के साथ विवाह कर नेपाल गईं भारतीय महिलाओं को अब नेपाल की नागरिकता मिलने हेतु ७ वर्ष तक प्रतीक्षा करनी होगी । ऐसी स्थिति में नेपाल में विवाहित भारतीय महिलाओं को सभी प्रकार के राजनीतिक अधिकारों से वंचित रहना पडेगा ।
विदेशी प्रतिष्ठान ‘जॉन्सन एंड जॉन्सन’ ने ‘स्किन व्हाइटनिंग क्रीम’ अर्थात चेहरा गोरा बनानेवाली ‘क्रीम’ का उत्पादन और बिक्री न करने का निर्णय लिया है । भारत में इस प्रतिष्ठान की ‘क्लीन एंड क्लियर फेयरनेस’ नामक क्रीम लोकप्रिय है ।
यहां के मोतिहारी के कुछ क्षेत्र पर अब नेपाल ने अपना दावा किया है । नेपाल ने यहां के ढाका ब्लॉक की लाल बकैया नदी पर तटबंद का काम रोक दिया है । उसका कहना है कि, ‘इस तटबंद का कुछ क्षेत्र उसकी सीमा में आता है ।’
भारत का खतरा तिब्बत की समझ में आया; परंतु वह तत्कालीन सत्ताधारी कांग्रेस की समझ में नहीं आया, ऐसा कैसे कहा जा सकता है ? तब भी कांग्रेस ने विगत ६ दशकों में इस समस्या का समाधान क्यों नहीं किया ? इसके लिए कांग्रेस की जांच होनी चाहिए । उससे सत्य बाहर निकल आएगा !
चीन ने कोरोना रोगी और उसके कारण हुए मृतकों की वास्तविक संख्या नहीं बताई, क्या वह भारतीय सेना द्वारा बडी संख्या में मारे गए अपने सैनिकों की वास्तविक संख्या कभी बताएगा ?
पहले स्वयं ही शरारत करना और जब भारत उसका उत्तर देता है, तब पीछे हटने जैसे वक्तव्य देना, यही तो चीन की विश्वासघाती नीति है । भारत को इसे भीख न डालकर सदैव ही जैसे को वैसा उत्तर देने के लिए तैयार रहना चाहिए !
यहां १५ जून को पाकिस्तान के पुलिसकर्मियों ने भारतीय दूतावास के २ कर्मचारियों को एक कथित दुर्घटना के प्रकरण में गिरफ्तार किया था । उसके पश्चात भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा बनाए गए दबाव के कारण इन कर्मचारियों को देर रात पुनः दूतावास में ले जाकर छोड दिया गया था