चंडीगढ – पंजाब के रूपनगर जिले में विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी विकास प्रभाकर की नुकीले शस्त्र से वार कर हत्या की गई । दोनों आक्रमणकारी दोपहिया वाहन से आए थे । हत्या का कारण अभी तक सामने नहीं आया है । हिन्दू संगठनों ने हत्या का निषेध करते हुए पंजाब के कानून एवं सुव्यवस्था पर प्रश्न उठाया है । यह घटना १३ अप्रैल को हुई ।
(सौजन्य : trend india)
१. विकास प्रभाकर की आनंदपुर साहिब जिले के नांगल क्षेत्र में दुकान है । केवल ३ माह पूर्व वे विहिंप के नांगल के अध्यक्षपद पर नियुक्त किए गए थे ।
२. १३ अप्रैल सायंकाल को लगभग साढे छः बजे विकास प्रभाकर नांगल की मिठाई की दुकान में थे । कुछ समय पश्चात पडोस की दुकान का एक कर्मचारी उनके पास गया । उस कर्मचारी ने देखा कि विकास कुर्सी पर लहुलुहान पडे थे । उनको चिकित्सालय में भर्ती किया गया । वहां उनको मृत घोषित किया गया । उनके माथे पर धारदार शस्त्र से अनेक वार किए गए थे । कहा जाता है कि जखमों से अधिक रक्तस्राव होने के कारण उनकी मृत्यु हो गई ।
३. एक हिन्दू नेता ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री हिन्दुओं की हत्याओं के समय चुनाव प्रसार में लिप्त हैं । क्रोधित आंदोलनकारियों ने घोषणा करते हुए कहा, ‘जब तक अपराधी को बंदी नहीं बनाया जाता, तब तक विकास प्रभाकर की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार नहीं होगा ।’
संपादकीय भूमिकाआम आदमी पार्टी के राज्य में अल्पसंख्यक हिन्दू असुरक्षित ! यदि हिन्दू नेता के स्थान पर कोई मुसलमान अथवा सिक्ख नेता होता, तो इस घटना की पूरे देश में चर्चा होती; परंतु हिन्दू नेता की हत्या होने पर सभी लोग शांत हैं, यह ध्यान में रखें ! |