(और इनकी सुनिए…) ‘भारत में शरिया शासन लागू हो !’ – मौलाना तौकीर अहमद

  • ‘तबलीगी जमात’ के मौलाना तौकीर अहमद के विषैले बोल !

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया इस्लाम स्वीकारने का निमंत्रण !

(मौलाना अर्थात इस्लाम के ज्ञाता)

मौलाना तौकीर अहमद ने सीधे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्लाम स्वीकार करने का निमंत्रण दिया

नई देहली – भारत में शऱिया शासन लागू होनेवाला है, ऐसा वक्तव्य तबलीगी जमात के मौलाना तौकीर अहमद ने दिया है । एक वृत्तवाहिनी से भेंटवार्ता के समय वे ऐसा बोल रहे थे । इस भेंट का एक वीडियो प्रसारित हुआ है । इस समय मौलाना ने सीधे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्लाम स्वीकार करने का निमंत्रण देते हुए कहा, ‘यदि ये दोनों मुसलमान हो गए, तो बहुत कुछ सुधर जाएगा । साथ ही अफगानिस्तान की भांति भारत में भी शरिया शासन स्थापित होगा ।’

मौलाना तौकीर अहमद ने आगे कहा,

१. हिन्दुओं के प्रमुख व्यक्तिमत्व योगी आदित्यनाथ एवं नरेंद्र मोदी को इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिए बाध्य करना, यह हमारा मुख्य उद्देश्य है ।

२. मूर्तिपूजक टेढी राह पर भटक गए हैं । उनको अल्लाह की उपासना की ओर मोडने की आवश्यकता है ।

३. वर्ष २०१४ से पूरे देश में लगभग २० लाख गैरमुस्लिमों ने इस्लाम को स्वीकार किया है । तबलीगी जमात के सदस्य अधिकाधिक लोगों को इस्लाम में धर्मांतरित करने का प्रयास करते हैं । वे देश में शरिया कानून लागू करने का प्रयास कर रहे हैं ।

४. इस्लामी धर्मांतरण का जाल पूरे देश में फैला हुआ है । उसके लिए अरब देश एवं अफगानिस्तान से धन आता है । इस धन का लालच दिखाकर हिन्दुओं का धर्मांतरण किया जाता है । भारत के हिन्दुओं के धर्मांतरण की ९९ प्रतिशत घटनाओं के लिए तबलीगी जमात उत्तरदायी है ।

संपादकीय भूमिका

  • हिन्दू राष्ट्र के विषय में किसी ने कुछ भी कहा तो ‘लोकतंत्र संकट में है’, ऐसा चीखने-चिल्लानेवाले आधुनिकतावादी अब भारत में शरिया शासन लागू करने के मौलाना के वक्तव्य पर एक शब्द भी नहीं बोलते, यह ध्यान रखें !
  • शरिया शासन लागू कर यदि भारत को पाकिस्तान नहीं होने देना है, तो हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी चाहिए !
  • सीधे प्रधानमंत्री एवं एक राज्य के हिन्दुत्वनिष्ठ मुख्यमंत्री को इस्लाम स्वीकार करने का निमंत्रण देने का साहस दिखानेवाले मौलाना, सामान्य हिन्दुओं का बलपूर्वक धर्मांतरण नहीं करते होंगे, क्या ऐसा हम कह सकते हैं ? इसकी भी जांच होनी चाहिए !