केरल स्थित थिरुमंधमकुन्नू भगवती मंदिर की समिति में मुसलमानों को नियुक्त किए जाने पर उच्च न्यायालय में याचिका !

थिरुवनंतपुरम (केरल) – केरल उच्च न्यायालय ने राज्य के मलप्पुरम में अंगदिपुरम स्थित सुप्रसिद्ध थिरुमंधमकुन्नू भगवती मंदिर के संबंध में प्रविष्ट की गई याचिका स्वीकार की है । मंदिर महोत्सव के लिए बनाई गई ‘पूरम आयोजन समिति’ के महत्वपूर्ण पदों पर मुसलमानों की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका ‘हिन्दू ऐक्य वेदी’ ने प्रविष्ट की है । मंदिर का महोत्सव २८ मार्च से ७ अप्रैल तक होने वाला है ।

१. स्थानीय प्रसार माध्यमों द्वारा दी जानकारी के अनुसार ‘इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग’ के सांसद अब्दुस्समद समदानी इस समिति के मुख्य संरक्षक तथा समिति के अध्यक्ष लीग के विधायक मंजलमकजी अली हैं ।

. ‘वर्डिक्टम’ इस कानून के विषय में जानकारी प्रसारित करने वाले संकेतस्थल के अनुसार ‘हिन्दू ऐक्य वेदी’ के सचिव पी.वी. मुरलीधरन ने कहा कि, उत्सव समिति की स्थापना देवस्वम बोर्ड के नियमों के विरूद्ध की गई है । बोर्ड के अनुसार समिति के महत्वपूर्ण पदों पर केवल हिन्दुओं की ही नियुक्ति की जा सकती है ।

संपादकीय भूमिका

  • मुसलमान अथवा ईसाई इनके प्रार्थना स्थलों पर कभी किसी हिन्दू की नियुक्ति होने का सुना है क्या ? मुख्य रूप से हिन्दुओं के धर्माभिमान शून्यता के कारण ही ऐसी घटनाएं होती हैं, यह जानिये ! 
  • साम्यवादी सरकार के देवस्वम बोर्ड के अधिकार में आने वाले मंदिरों में ऐसी घटना होने पर आश्चर्य कैसा ? हिन्दू धर्म की जडों पर उठे साम्यवादियों का वैचारिक पराभव करने के लिए हिन्दुओं का संगठित होना आवश्यक !