हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से संपन्न ‘ऑनलाइन’ नवम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ में धर्म और राष्ट्र हित के विविध प्रस्ताव ‘जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम्’ की घोषणाआें में एकस्वर से पारित किए गए । धर्म पर हो रहे आघात रोकने के लिए समाधान-योजना की दृष्टि से ७ दिनों के इस अधिवेशन में विचारमंथन किया गया ।
अधिवेशन में पारित किए गए महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव
- अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर संकल्पित श्रीराम मंदिर केवल मंदिर न रहते हुए वह धर्मशिक्षा देनेवाला केंद्र बनने हेतु सरकार प्रयत्न करे । वहां धार्मिक विवाद न हों; इसलिए अयोध्या में अन्य धर्मियों के कार्यक्रमों को अनुमति न दी जाए ।
- हिन्दुआें के मौलिक अधिकारों का हनन करनेवाला ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट १९९१’ तुरंत निरस्त किया जाए ।
- सभी को समान अधिकार देने के उद्देश्य से संविधान विरोधी कृत्य कर उसमें बलपूर्वक जोडा गया ‘सेक्युलर’ शब्द हटाकर उसके स्थान पर ‘आध्यात्मिक’ शब्द जोडा जाए । भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित किया जाए ।
- विस्थापित कश्मीरी हिन्दुआें का कश्मीर में पुनः सम्मानपूर्वक पुनर्वसन किया जाए । उनकी सुरक्षा के लिए ‘पनून कश्मीर’ नाम से केंद्रशासित प्रदेश बनाया जाए ।
- नाटक, चलचित्र आदि पर जिस प्रकार ‘चलचित्र निरीक्षण मंडल’ का नियंत्रण होता है, उसी प्रकार ‘वेब सीरीज’ पर भी केंद्र सरकार नियंत्रण रखे ।
- सर्व धर्मियों की जनसंख्या नियंत्रित रखने के उद्देश्य से संपूर्ण देश में ‘जनसंख्या नियंत्रण कानून’ तुरंत लागू किया जाए ।