हिन्दू धर्मपर पुस्तकें लिखकर स्वयं को ‘विशेषज्ञ’ कहलानेवाले देवदत्त पटनायक द्वारा हिन्दुआें के देवताआें का अनादर

ऐसे लोगों के विरुद्ध सरकार को स्वयं ही प्राथमिकी प्रविष्ट कर कारागार में बंद कर देना चाहिए !

 

मुंबई – हिन्दू धर्म एवं धर्मग्रंथोंपर अनेक पुस्तकें लिखने का दावा कर स्वयं को ‘विशेषज्ञ’ कहलानेवाले देवदत्त पटनायक ने सामाजिक माध्यमों में हिन्दू देवताआें का अनादर किया है । उन्होंने ‘भगवान श्रीराम नेपाल के थे, तो रावण श्रीलंका का था’, ऐसा लिखते हुए भारत को ‘वानरों का देश’ कहा है । पटनायक ने अपने ट्वीट से श्री कालभैरवजी का भी अनादर किया है । इससे पहले उन्होंने लक्ष्मणरेखा के अस्तित्वपर भी प्रश्‍न उपस्थित किया था । ‘सीतामाता को बंद करने हे लक्ष्मण ने रेखा खींची थी’, ऐसा उन्होंने लिखा था ।