मुंबई – अभिनेत्री कंगना रनौत ने आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका के मिनियापोलीस में कृष्णवर्णीय व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हुई हत्या के संदर्भ में बोलनेवाले भारतीय फिल्मी कलाकार पालघर में हुई साधुओं की हत्या के संदर्भ में नहीं बोलते । इस हत्या के विरोध में चल रहे ‘कृष्णवर्णियों के अस्तित्व का प्रश्न’ (‘ब्लैक लिवज मैटर’) अभियान को रनौत ने अपना समर्थन नहीं दिया ।
रनौत ने आगे कहा कि ‘अनेक लोग बिना सोचे समझे इस अभियान का समर्थन कर रहे हैं । अधिकाधिक फिल्मी अभिनेता-अभिनेत्री महाराष्ट्र में रहते हैं; परंतु तब भी उन्होंने पालघर में साधुओं की हुई हत्या के संदर्भ में कुछ नहीं बोला है । भारत में गुलामी की मानसिकता रखनेवाले ये कलाकार विदेशी कलाकारों की नकल करते हैं, जिससे उन्हें २ मिनटों की तो प्रसिद्धि मिलेगी । भारत में पर्यावरण जैसे सूत्रपर अनेक लोग काम करते हैं । उसके लिए उन्हें ‘पद्मश्री’ पुरस्कार भी मिला है । ऐसे लोगों के पक्ष में बोलने की अपेक्षा भारतीय कलाकार श्वेतवर्णीय युवतियों का समर्थन करने में स्वयं को धन्य मानते हैं; क्योंकि उन्हें साधु एवं आदिवासियों का समर्थन करने में आकर्षकता प्रतीत नहीं होती ।’ (५.६.२०२०)