१०१ पूर्व सरकारी अधिकारियों का राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र
- पालधर में हुई साधुओं की हत्या, तबलीगियों द्वारा डॉक्टर एवं परिचारिकाओं पर किए जा रहे आक्रमण, मस्जिद से पुलिसकर्मियों पर किए जा रहे आक्रमण आदि घटनाएं इन अधिकारियों को नहीं दिखाई देतीं, ऐसा कैसे कह सकते हैं ?
- अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण करनेवाले ये अधिकारी भारतीय प्रशासन में थे । इससे उनका प्रशासनिक काम कैसा रहा होगा, इसपर विचार न करें, तो ही अच्छा !
नई देहली – भारतीय प्रशासनिक सेवा के १०१ सेवानिवृत्त अधिकारियों ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर यह दावा किया है कि देश में कोरोना के नाम पर मुसलमानों के साथ अत्याचार किए जा रहे हैं । उनका कहना है कि देहली के निजामुद्दीन मरकज में मार्च महीने में तबलीगी जमात के कार्यक्रम के पश्चात देश के कुछ क्षेत्रों में मुसलमानों के साथ हुई अत्याचारों की घटनाओं की ओर हम आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं । कुछ प्रसारमाध्यमों ने अन्य धार्मिक एवं राजनीतिक कार्यक्रमों की अनदेखी कर केवल कोरोना के विषय पर जमात के कार्यक्रमों को धार्मिक रंग देने की जल्दबाजी की । (देश के २३ राज्यों में तबलीगियों के कारण कोरोना का प्रसार हुआ, यह सरकारी आंकडों से स्पष्ट है । तो ये अधिकारी इस संबंध में क्यों नहीं बोलते ? – संपादक) (२६.४.२०२०)