देवताआें की उपासना भक्‍तिभाव से करें !

ग्रंथमाला : देवताआें की उपासना

देवता की विशेषताएं एवं कार्य पता चलने पर देवता की महिमा समझ में आती है । देवता की उपासना का शास्‍त्र समझ में आने पर देवता की उपासना संबंधी श्रद्धा बढती है । श्रद्धा से उपासना भावपूर्ण होती है एवं भावपूर्ण उपासना ही अधिक फलदायी होती है । इसके लिए यह ग्रंथमाला पढें !

परमेश्‍वर एवं ईश्‍वर

परमेश्‍वर एवं ईश्‍वर की महिमा बताते हुए इस ग्रंथ में उनकी विविध गुण-विशेषताएं, कार्य, मानव से उनका संबंध आदि के विषय में विवेचन किया गया है । उनके संदर्भ में साधकों को हुई अनुभूतियां पढकर उनके प्रति श्रद्धा दृढ होने में सहायता मिलेगी ।

भगवान दत्तात्रेय

  • भगवान दत्तात्रेय के कंधे पर झोली किस का प्रतीक है ?
  • भगवान दत्तात्रेय ने अनेक गुरु-उपगुरु क्‍यों किए ?
  • भगवान दत्त को कौनसे पुष्‍प किस प्रकार चढाएं ?
  • भगवान दत्त के तारक रूप के विविध कार्य क्‍या हैं ?

सनातन के बिक्री केंद्रों पर एवं वितरकों के पास उपलब्‍ध ग्रंथ अब SanatanShop.com पर भी उपलब्‍ध !
संपर्क क्रमांक – 9322315317