कोरोना विषाणु की रोकथाम हेतु पू. डॉ. मुकुल गाडगीळजी द्वारा बताया नामजप करते समय ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर के साधक श्री. प्रताप सिंह वर्मा को हुई अनुभूति

नामजप करते समय जपमाला से प्रचुर मात्रा में अच्छे स्पंदन प्रक्षेपित हो रहे थे । नामजप करते समय चैतन्य के कारण जपमाला में समाहित मणि हिल रहे थे और श्री दुर्गामाता के चरणों में बार-बार कृतज्ञता व्यक्त हो रही थी ।

जिज्ञासु का सनातन संस्था के रामनाथी, गोवा के आश्रम संबंधी गौरवोद्गार !

 भारतभूमि ऋषि-मुनियों की तपोभूमि है । उनके तप, त्याग और बलिदान से यह धरती अभिसिंचित हुई है, ऐसा मैंने पढा और सुना था । सनातन के रामनाथी आश्रम का अवलोकन करते समय हमने जो बातें पढी और सुनी हैं, वे सत्य हैं, ऐसा अनुभव हुआ ।

पालघर की अराजकता !

महाराष्ट्र को संतों की महान परंपरा प्राप्त है । संतों ने साधना कर अपना तथा समाज का उद्धार करने की शिक्षा दी है । इसलिए यहां आज भी संतों का मान-सम्मान किया जाता है; परंतु महाराष्ट्र की इस परंपरा पर १६ अप्रैल को निर्मम प्रहार हुआ ।

ऑनलाइन जिहाद : आज की परिस्थिति और उपाय

कुछ वर्ष पूर्व एक युवक आतंकी संगठन इसिस में भर्ती होने हेतु इराक जाने के मार्ग में था । भारतीय गुप्तचर संस्थाओं ने उसे भाग्यनगर (हैदराबाद) हवाई अड्डे पर रोका । कल्याण से ४ युवक इसिस में जाने हेतु भागे थे ।

भारत को हाईड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का सबसे बडा उत्पादक देश बनाकर देनेवाले महान वैज्ञानिक प्रफुल्लचंद्र रे !

आजकल कोविड-१९ की चिकित्सा करने हेतु पूरे विश्‍व में चर्चा में रहे क्लोरोक्वीन औषधि के जनक महान वैज्ञानिक आचार्य प्रफुल्लचंद्र रे के संदर्भ में जानकारी लेना महत्त्वपूर्ण होगा ।

गर्मी भारत के लिए आशा की किरण ! – अनिल धीर, भारत रक्षा मंच

तापमान एवं कोरोना विषाणु के विषय में विविध देशों के शास्त्रज्ञों द्वारा किया हुआ व्यापक अध्ययन !
यह लेख कोई चिकित्सकीय सलाह नहीं है । यह लेख इन दिनों में प्रकाशित अनेक ब्यौरे और अध्ययन पर आधारित है ।

बच्चो, उचित आदर्श अपनाएं !

सुपरमैन जैसे काल्पनिक पात्र नहीं; अपितु श्री हनुमान जैसे देवता ही संकटकाल में हमारी रक्षा हेतु दौडकर आ जाते हैं । अतः उनकी भक्ति करें !

सेल्फी लेने के व्यसन वृद्धि में किशोरावस्था की लडकियों की संख्या सर्वाधिक

सेल्फी के कारण किशोरावस्था के बालक तथा बालिकाओं में ऑब्सेसिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर नामक रोग बढ रहा है । हाल ही में एम्स चिकित्सालय में इस बीमारी से ग्रस्त तीन लडकियों के उपचार किए गए  हैं ।

पढाई अच्छी होने हेतु यह करें !

बालक सुसंस्कारी बनें तथा वे शिक्षा प्राप्त कर देश के आदर्श नागरिक बनें, इसलिए हम अपने बालकों को विद्यालय भेजते हैं; परंतु वर्तमान धर्मनिरपेक्ष शिक्षा व्यवस्था के वातावरण में बालकों में शीघ्रता से बढनेवाली कुप्रवृत्तियां धर्मनिरपेक्ष शिक्षा व्यवस्था की असफलता को दर्शाती हैं ।

साधकों को तैयार कर उन्हें जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त होने का पथ दिखानेवाले परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी !

स्वयं को मोक्षप्राप्ति की इच्छा रखने की अपेक्षा अन्यों को मोक्षमार्ग दिखाने की इच्छा व्यक्त करना