इंदौर (मध्य प्रदेश) – यहां के न्यायालय में मुहम्मद सलीम ने न्यायमूर्ति पर जूतों का हार फेंका । तदुपरांत तुरंत ही यहां उपस्थित नागरिक एवं अधिवक्ताओं ने सलीम को पकड कर पीटा तथा पुलिस को सौंप दिया । इस घटना के उपरांत न्यायालय के परिसर में पुलिस प्रबंध रखा गया है । विशेष यह है कि इस न्यायालय में इससे पूर्व भी ऐसी घटनाएं हुई हैं । (न्यायालय में इससे पूर्व भी ऐसी घटनाएं होने के पश्चात भी पुलिस उस दृष्टि से सावधान क्यों न थी ?, ऐसा प्रश्न उठ रहा है । – संपादक)
इस न्यायालय में २ मौलवियों के (इस्लामके धार्मिक नेताओं के) संदर्भ में एक अभियोग का निर्णय होनेवाला था । जो न्यायमूर्ति निर्णय देनेवाले थे, उन्हीं पर जूतों का हार फेंका गया है । सलीम अपने घर से जूतों का हार ले आया था । प्रश्न उठ रहा है कि क्या वह हार सुरक्षा कर्मचारी, न्यायालयीन कर्मचारी एवं पुलिसकर्मियों को दिखाई नहीं दिया ? ‘सलीम के बैग की जांच क्यों नहीं की गई ?’, ऐसा प्रश्न भी उठ रहा है ।
संपादकीय भूमिकान्यायालय की सुरक्षा तितरबितर ! यदि जूतों की जगह कोई प्राणघातक हथियार रहता, तो क्या हुआ होता ? इस प्रकरण में संबंधित पुलिस पर भी कार्यवाही होनी चाहिए ! |