चेन्नई (तमिलनाडु) – तमिलनाडु एवं केरल की सीमा पर स्थित कन्याकुमारी जनपद में ८ जनवरी को तौफिक एवं अब्दुल शमीम ने गोलियों से विशेष पुलिस उपनिरीक्षक विल्सन की हत्या की, साथ ही पुलिस विभाग ने बताया है कि आरोपियों ने विल्सन को धारदार शस्त्र भी भोंके हैं । ये दोनों आरोपी कन्याकुमारी के हैं । बेंगलूरु में ३ संदिग्ध आतंकियों को बंदी बनाया गया था । उसका प्रतिशोध लेने के लिए यह हत्या की गई है, ऐसा पुलिस विभाग को संदेह है । पुलिस विभाग ने सीसीटीवी द्वारा आरोपियों की पहचान की है ।
हिन्दू मुन्नानी नेता की हत्या के प्रकरण में प्रतिभूति मिलने के पहले ही शमीम लापता हो गया था । (इस प्रकरण की शीघ्र सुनवाई होती, तो अभी तक शमीम को दंड मिला होता और पुलिस अधिकारी के प्राण भी बच गए होते । ऐसे जिहादियों के विरुद्ध अभियोगों में शीघ्र निर्णय हेतु सरकार को प्रयास करना आवश्यक ! – संपादक) उसके कुछ दिन पश्चात तौफिक और शमीम, ये दोनों एक चारपहिया वाहन से यहां के कालियाक्काविलाई जांच नाके के पास आए; परंतु ‘विल्सन शमीम को पहचान लेंगे’, इस भय से उन्होंने विल्सन पर गोलियां चलाई होंगी’, ऐसा पुलिस विभाग को लगा था; परंतु इस घटना की विस्तृत जांच करने के पश्चात पुलिस विभाग को इस हत्या का कारण समझ में आया । (१२.१.२०२०)