महाराष्ट्र में मंदिरों के जीर्णोद्धार के काम में भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से रुकावट लाने का प्रयास !

मंदिरों का काम पूर्ण होने को लेकर संदेह !

मुंबई (महाराष्ट्र) – राज्य के ९ प्राचीन मंदिर, साथ ही गुफा-शिल्प का संवर्धन कर उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर देने का काम सरकार ने पिछले २ वर्षों से हाथ में लिया था; लेकिन उनमें से कार्ला स्थित श्री एकवीरादेवी के मंदिर सहित ५ मंदिरों के जीर्णोद्धार के काम में भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा रुकावट लाने से ‘ये काम कब पूर्ण होंगे ‘, ऐसा प्रश्न निर्माण हुआ है ।

कार्ला स्थित श्री एकवीरादेवी का मंदिर, रत्नागिरी का श्री धूतपापेश्वर मंदिर, कोल्हापुर के खिद्रापुर का श्री कोपेश्वर मंदिर, सिन्नर (नाशिक) का श्री गोंदेश्वर मंदिर, छत्रपति संभाजीनगर का श्री खंडोबा मंदिर, बीड के पुरुषोत्तमपुरी स्थित भगवान श्री पुरुषोत्तम मंदिर, अमरावती के लासूर में स्थित श्री आनंदेश्वर मंदिर, गडचिरोली का श्री मारकंडेश्वर मंदिर, इसी प्रकार सातारा स्थित श्री उत्तरेश्वर मंदिर, इन मंदिरों का संवर्धन किया जाने वाला था; लेकिन केवल धूतपापेश्वर, खंडोबा, भगवान पुरुषोत्तम और उत्तरेश्वर इन मंदिरों के जीर्णोद्धार के काम चालू हुए हैं ।

संपादकीय भूमिका

मंदिरो के जीर्णोद्धार के काम में अडचने लानेवाला भारतीय पुरातत्व विभाग अन्य धर्मियों के श्रद्धास्थानों के काम में अडचन लाने का साहस नहीं करता, यह ध्यान में लीजिए ! इस विषय में अब समस्त हिन्दुओं ने वैधानिक मार्ग से आवाज उठानी चाहिए !