सर्वेक्षण को स्थगित करने की मांग करनेवाले मुसलमान पक्ष की याचिका पर तुरंत सुनवाई करना सर्वोच्च न्यायालय ने अस्वीकार किया !
नई देहली – मध्य प्रदेश के धार जिले के भोजशाला सर्वेक्षण को पुरातत्व विभाग ने आरंभ किया । इस सर्वेक्षण को स्थगित करने की मांग करनेवाले मुसलमान पक्ष की याचिका पर तुरंत सुनवाई करना सर्वोच्च न्यायालय ने अस्वीकार कर दिया है । मौलाना कमालउद्दीन वेलफेयर सोसाइटी ने यह याचिका प्रविष्ट की है । इसमें मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के इंदौर खंडपीठ द्वारा दिए गए सर्वेक्षण के आदेश को स्थगित करने की मांग की गई है ।
हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने वार्ताहरों से कहा,
‘न्यायालय के आदेश के उपरांत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने आज (२२ मार्च) सवेरे से सर्वेक्षण आरंभ किया है । मुसलमान पक्ष इस सर्वेक्षण के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में गया था, परंतु सर्वोच्च न्यायालय ने उस पर तुरंत सुनवाई करना अस्वीकार कर दिया । वर्तमान में इस प्रकरण पर सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई नहीं होगी ।
सर्वेक्षण चलता रहेगा । इस संदर्भ में सर्वोच्च न्यायालय ने सुनवाई के लिए कोई भी नई दिनांक निश्चित नहीं की है । नई दिनांक देने तक सर्वेक्षण चलता रहेगा ।
#WATCH | Delhi: On the beginning of ASI's survey of the Bhojshala complex in Madhya Pradesh, Hindu side advocate Vishnu Shankar Jain says, "Today, in compliance with the judgement of Indore High Court to conduct the archaeological survey, ASI has started its survey. Supreme… pic.twitter.com/yYB8mQHJ41
— ANI (@ANI) March 22, 2024
भोजशाला सर्वेक्षण आरंभ
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के दल ने भोजशाला परिसर का सर्वेक्षण आरंभ किया है । स्थानीय पुलिस एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी के साथ ही १२ लोगों का दल सवेरे वहां पहुंचा । सर्वेक्षण का काम २२ मार्च को दो स्तरों पर किया गया । सवेरे ६ से दोपहर १२ की समयावधि में प्रथम चरण का सर्वेक्षण किया गया । शुक्रवार होने के कारण नमाजपठन के लिए कुछ समय काम रोका गया ।
#WATCH | Dhar, Madhya Pradesh: Archaeological Survey of India (ASI) to begin an archaeological survey of the Bhojshala Complex from today pic.twitter.com/yhuiTvxPhG
— ANI (@ANI) March 22, 2024
सर्वेक्षण के उपरांत हमारे पक्ष को अनेक सक्षम प्रमाण मिलेंगे ! – भोज उत्सव समिति
भोज उत्सव समिति के मुख्य सचिव सुमित चौधरी ने कहा, ‘भोजशाला राजा भोज द्वारा निर्मित की गई थी । ऐसे अनेक प्रमाण हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यहां हिन्दुओं का मंदिर था । यहां हवनकुंड है । देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी हैं । अंतर्गत सर्वेक्षण के उपरांत हमारे पास अनेक सक्षम प्रमाण होंगे, इससे निर्णय हमारे पक्ष में होगा ।’
६० कैमरों की सहायता से सर्वेक्षण पर लक्ष्य !
सर्वेक्षण के लिए देहली एवं भोपाल से दल आए हैं । सर्वेक्षण के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. इंद्रजित बकलवार के साथ ही अन्य १७५ पुलिस नियुक्त किए गए हैं । साथ ही ६० कैमरों की सहायता से इस स्थान पर ध्यान रखा जा रहा है । धार के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने कहा, ‘हमने सर्वेक्षण दल को उनके कार्य से संबंधित सभी आवश्यक सहायता की आपूर्ति की है । सुरक्षा की पर्याप्त उपाययोजना की गई है । यह कार्य चल रहा है तथा वर्तमान में शहर में शांति है ।’