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रोम (इटली) – इस्लामी संस्कृति और यूरोपिय संस्कृति में कोई समानता नहीं है । यूरोप का इस्लामीकरण हो रहा है । यूरोप में इस्लाम के लिए कोई स्थान नहीं है, ऐसा स्पष्ट वक्तव्य इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने दिया है । उनके इस वक्तव्य का पुराना वीडियो प्रसारित हुआ है । उन्होंने आगे कहा कि इटली के इस्लामी सांस्कृतिक केंद्रों को सऊदी अरेबिया की ओर से वित्तिय सहायता मिल रही है, जब की वहां शरीयत कानून लागू है । हमारी सभ्यता के मूल्य और इस्लामी मूल्य इनमें कोई समानता नहीं है । ये दोनों संस्कृतियां परस्परविरोधी हैं । इसलिए मुसलमान यूरोप से दूर रहें ।
Ahead of New Year, Big News coming from Europe. Powerful & influential leaders attended the fest. pic.twitter.com/JkwulpGpEm
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) December 17, 2023
जियोर्जिया मेलोनी के इस वक्तव्य का वीडियो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषी सुनक के वक्तव्य के उपरांत प्रसारित हुआ है । यूरोप में आ रहे मुसलमान शरणार्थियों के कारण यूरोपिय संस्कृति को संकट निर्माण हो रहा है, ऐसा सुनक ने कहा था । प्रधानमंत्री सुनक कुछ समय पहले ही इटली की यात्रा पर आए थे । उस समय उन्होंने यूरोप में अवैध रुप से बढती शरणार्थी संख्या पर भाष्य किया था । शरणार्थियों द्वारा यूरोप में बढती जा रही समस्याओं पर कुछ उपाय करने होंगे, ऐसा भी उन्होंने इस समय कहा था ।
जियोर्जिया मेलोनी का परिचय !
सितंबर २०२३ में देहली में आयोजित जी-२० परिषद में उपस्थित जियोर्जिया मेलोनी भारतियों में विख्यात हैं । वे इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं । वे प्रखर राष्ट्रनिष्ठ राजकीय दल ‘ब्रदर्स ऑफ इटली’ की नेता है । वे स्वयं को द्वितीय विश्वयुद्ध में सहभागी इटली के तानाशाह मुसोलिनी की उत्तराधिकारी कहलाती हैं ।
संपादकीय भूमिकाभारत का पीछले १ सहस्र वर्षाें से इस्लामीकरण हो रहा है तथा मुसलमान आक्रमणकारी अफगाणिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे भारत के भूभाग निगल गए । इतना होने पर भी हमारे राजकीय नेता चापलूसी की राजनीति कर आत्मघात कर रहे हैं । इतना सबकुछ होने पर भी हिन्दू जागृत नहीं होते, यह बात हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक ! |