आक्रमण के कारण लेखक सलमान रश्दी की प्रकृति चिंताजनक

आक्रमणकर्ता हादी मातर पुलिस के साथ (बाईं ओर) लेखक सलमान रश्दी (दाईं ओर)

न्यूयॉर्क (अमेरिका) – यहां १२ अगस्त को सुबह ‘सॅटनिक वर्सेस’ पुस्तक के लेखक सलमान रश्दी पर किसी व्यक्ति ने चाकू से आक्रमण किया । तत्पश्चात उनकी प्रकृति चिंताजनक होने के कारण उन्हें ‘वेंटिलेटर’ पर रखा गया है । रश्दी के सहकारी ऐंड्र्यू यील ने बताया कि रश्दी को बोलने में कष्ट हो रहे हैं, साथ ही उनकी एक आंख पूरी तरह से निष्काम (बेकार) होने की संभावना है । उनके यकृत पर गंभीर घाव हुए हैं । उनके हाथ की नस भी टूट चुकी है ।

आक्रमणकर्ता की पहचान हो गई है । उसका नाम हादी मातर है । २४ वर्ष के मातर ने यह आक्रमण क्यों किया, उसके पीछे क्या कारण तथा उद्देश्य है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है । पुलिस ने उसे बंदी बना लिया है, साथ ही आगे का अन्वेषण चल रहा है ।

रश्दी पर २० सेकेंड तक चाकू से १० से १५ घाव ! – प्रत्यक्षदर्शी द्वारा प्राप्त जानकारी

चार्ल्स सेवेनर नामक एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि एक व्यक्ति दौडते हुए मंच पर आया तथा उसने सलमान रश्दी के गले पर चाकू से वार किए । इस अनपेक्षित आक्रमण के कारण वहां उपस्थित सभी भयभीत हो गए । किसी को कुछ भी समझ में नहीं आया । आक्रमण करनेवाले ने केवल २० सेकंद में ही रश्दी पर चाकू से १० से १५ वार किए । तत्पश्चात लोगों ने उसे पकडा । रश्दी पर आक्रमण होने के कारण वे नीचे गिर गए । तत्पश्चात त्वरित उनका प्रथमोपचार कर निकट के चिकित्सालय में भर्ती किया गया । जिस समय यह घटना घटी, उस समय सभागृह में लगभग ४ सहस्र लोग उपस्थित थे ।

रश्दी भारतीय कुल के ब्रिटिश-अमेरिकी लेखक हैं । ८० के दशक में लिखी गई ‘सॅटनिक वर्सेस’ पुस्तक में उन्होंने कुराण की आयतों का अनादर किया था । इस कारण से इरान के सर्वाेच्च धार्मिक नेता आयतुल्ला खोमेनी ने उन्हें मारने का आदेश दिया था । रश्दी को अनेक बार मारने की धमकियां दी गई थीं । अतः लगभग १० वर्ष वे पुलिस सुरक्षा में थे । रश्दी को उनके लेख के लिए ‘बुकर पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया गया है ।