‘इस्कॉन’ के प्रमुख स्वामी भक्तिचारू महाराज जी का अमेरिका में कोरोना संक्रमण से निधन
इस्कॉन के प्रमुख स्वामी भक्तिचारू महाराजजी का यहां कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया । वह ३ जून को उज्जैन से अमेरिका गए थे ।
इस्कॉन के प्रमुख स्वामी भक्तिचारू महाराजजी का यहां कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया । वह ३ जून को उज्जैन से अमेरिका गए थे ।
भारत एवं चीन के मध्य आपसी संवाद चल रहा है, सैन्य तथा साथ ही राजनीतिक चर्चा के माध्यम से लद्दाख की सीमापर उत्पन्न तनाव को कम करने के प्रयास चल रहे हैं ।
विश्व के विकास के लिए शांति आवश्यक है । विगत कुछ समय में विस्तारवाद ने ही मानवता के विनाश का काम किया । जिनकी विस्तारवादी नीति है, उन्होंने सदैव ही वैश्विक शांति के लिए संकट उत्पन्न किया है ।
भारत में भी इस वाहिनी का प्रसारण किया जाता है, इसे देखते हुए केंद्र सरकार को ‘क्या भारत में भी इस वाहिनी द्वारा धर्मांतरण को प्रोत्साहन दिया जाता है ?’, इसकी जांच कर इस वाहिनी के प्रसारण के संदर्भ में उचित निर्णय लेना चाहिए !
अंग्रेजी समाचार वाहिनी ‘टाइम्स नाउ’ ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बादिन जनपद में १०२ हिन्दुओं का धर्मांतरण कर उन्हें मुसलमान बनाए जाने का समाचार दिया है । इनमें पुरुष-महिला और बच्चे अंतर्भूत हैं ।
अन्य समयपर भारत के मुसलमानोंपर किए जा रहे कथित अत्याचारों के विरुद्ध आक्रोश दिखानेवाले पाकिस्तान सहित सभी इस्लामी देश और उनके संगठन चीन के मुसलमानोंपर हो रहे अत्याचारों के विरुद्ध अपना मुंह नहीं खोलते, इसे ध्यान में रखें !
भारतीय प्रसार माध्यमों के कारण चीनी नागरिकों को चीन से संबंधित वास्तविक जानकारी मिल पाती है । भारत से २ कदम आगे रहनेवाला चीन ! चीन को सबक सिखाने के लिए उनसे आयात होनेवाली सभी वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाना ही उचित होगा !
पूर्वी लद्दाख में स्थित गलवान घाटी में १५ जून की रात को भारत एवं चीनी सैनिकों के मध्य हुए घमासान के संदर्भ में अब धीरे-धीरे जानकारी सामने आ रही है । इसमें २३ वर्षीय वीरगति को प्राप्त सैनिक गुरतेज सिहं द्वारा किया हुआ पराक्रम भी सामने आया है ।
यहां ‘स्टॉक एक्सचेंज’ पर (‘शेयर बाजार’ पर) ‘बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी’ के सैनिकों द्वारा किए गए आक्रमण में एक पुलिस उपनिरीक्षक सहित ५ सुरक्षाकर्मी तथा आक्रमण करनेवाले ४ बलूची सैनिक मारे गए हैं ।
विश्वपर स्वयं का वर्चस्व स्थापित करने हेतु चीन ने विश्व के १५० देशों को अनुमानित १२० लाख करोड रुपए का ऋण दिया है; परंतु इस ऋण की वसूली होने की संभावना अल्प होने लगी है ।