हरिद्वार के कुंभ मेले में सनातन संस्था की ग्रंथ-प्रदर्शनी में जिज्ञासुओं की उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया !

सनातन की ग्रंथ-प्रदर्शनी पर ग्रंथ-लघुग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पापदों की जानकारी लेते जिज्ञासु

     हरिद्वार (उत्तराखंड) – यहां प्रथम पवित्र स्नान के अवसर पर सनातन संस्‍था द्वारा आयोजित ग्रंथ-प्रदर्शनी में श्रद्धालुओं द्वारा उत्‍साहपूर्ण प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की गई ।

     सनातन संस्‍था के तत्त्वावधान में हर की पौडी (विष्‍णु घाट), भीम गौडा, दक्षेश्‍वर महादेव मंदिर, सप्‍तर्षि मार्ग आदि स्‍थानों पर चलता-फिरता प्रसार किया गया । उसी प्रकार, कुछ स्‍थानों पर ग्रंथ-प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया । इसके अतिरिक्‍त, हर की पौडी पर धर्मशिक्षा फलक लगाकर श्रद्धालुओं को धर्माचरण के विषय में बताया गया । नवीनतम जानकारी से युक्‍त इस प्रदर्शनी की ओर श्रद्धालु आकर्षित हुए तथा उन्‍होंने उसे अच्‍छा प्रतिसाद दिया । अनेक श्रद्धालुओं ने मांग की कि ‘इस प्रकार की प्रदर्शनी हमारे क्षेत्र में आयोजित की जाए ।’

क्षणिकाएं

१. कुंभ मेला क्षेत्र में ग्रंथ वितरण करनेवाले साधकों के हाथों में ग्रंथों को देखकर अनेक श्रद्धालु विनम्रतापूर्वक ग्रंथों को नमस्‍कार कर रहे थे ।

२. एक जिज्ञासु व्‍यक्‍ति ने अपनेपन से साधकों की पूछताछ की तथा संगठन के कार्य की प्रशंसा की ।

जिज्ञासुओं की प्रतिक्रियाएं

१. एक पुजारी ने कहा, ‘मैं अनेक वर्षों से पूजा कर रहा हूं; परंतु आपके ग्रंथों में जो अद्वितीय जानकारी है, वह मैंने पहली बार पढी है । आपका कार्य अच्‍छा है तथा आप हमारे आश्रम में आईए ।’

२. कुंभ मेला क्षेत्र में पुस्‍तकों का वितरण करनेवाले एक साधक से मिले एक जिज्ञासु व्‍यक्‍ति ने, ‘मुझे आपके सर्व ग्रंथ दीजिए’, ऐसे कहते हुए सभी ग्रंथ खरीद लिए । इस समय उन्‍होंने कहा, ‘ग्रंथों में दी गई जानकारी घर-घर तक पहुंचनी चाहिए ।’ उन्‍होंने यह भी सूचना दी कि ‘आप घर-घर जाकर सबको इस विषय में बताएं ।’

३. दक्ष प्रजापति मंदिर के महंत स्‍वामी विश्‍वेश्‍वर पुरी ने, ‘आप धर्म के लिए अच्‍छा कार्य कर रहे हो’, यह कहते हुए स्‍वयं साधकों को प्रसाद दिया ।

४. उत्तराखंड से आए श्रद्धालुओं ने कहा, ‘हमारे यहां एक ग्रंथ-प्रदर्शनी लगाएं । हम आपकी सर्व प्रकार की सहायता करेंगे ।’