‘कोरोना’ विषाणु के संसर्ग की पृष्ठभूमि पर अत्यावश्यक कारणों से घर के बाहर जानेवाले तथा सर्दी, खांसी अथवा ज्वर के लक्षण पाए जानेवाले लोग आगे बताई गई कृति करें !

     ‘पूरे देश में पुन: तीव्र गति से ‘कोरोना’ विषाणु का प्रसार हो रहा है । इस परिस्‍थिति में सभी को भीड के स्‍थान पर न जाना, अनावश्‍यक यात्रा न करना, सामाजिक अंतर रखना, मास्‍क का उपयोग करना, इत्‍यादि सूचनाआें का पालन करना आवश्यक है । जिन्हें अत्यावश्यक कारणों अथवा नौेकरी के लिए प्रतिदिन बाहर जाना पडता है, उन्हें सर्दी, खांसी अथवा ज्वर के लक्षण न होने पर भी प्रतिदिन २ बार ३ – ४ मिनट के लिए नाक द्वारा भाप लेनी चाहिए ।

     जिन्‍हें सर्दी, खांसी अथवा ज्‍वर के लक्षण हैं, उनके लिए दिन में ३ – ४ बार भाप लेना आवश्‍यक है । गरम पानी में नमक एवं थोडी हल्‍द़ी डालकर दिन में ५ – ६ बार गरारे करने चाहिए तथा वैद्य का मार्गदर्शन लेना चाहिए । यदि संभव हो, तो घर के अन्‍य सदस्‍यों से स्वयं का अलगीकरण (होम क्वारंटाइन) कर लें ।

     स्‍वयं की प्रतिकारक्षमता बढाने हेतु सभी का संतुलित आहार एवं पर्याप्‍त नींद लेना आवश्यक है ।’ – डॉ. पांडुरंग मराठे, सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा. (२०.३.२०२०)