हिन्दी भाषा में ‘ऑनलाइन हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा के निमित्त पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत, उत्तर प्रदेश, बिहार एवं ओडीशा राज्यों में व्यापक स्तर पर हुआ प्रसार और प्राप्त उत्स्फूर्त प्रतिसाद

हिन्दू जनजागृति समिति के २१ फरवरी के दिन हिन्दी भाषा में ‘ऑनलाइन’ हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा संपन्न हुई । इस अवसर पर हिन्दू राष्ट्र-जागृति बैठक, फेसबुक लाइव, सोशल मीडिया, फलक प्रसिद्धी आदि माध्यमोंं द्वारा व्यापक धर्मप्रचार किया गया । समाज के हर वर्ग मे जुडे धर्मप्रेमियों ने इस सभा का लगन से प्रसार किया । इसे समाज का उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला ।

पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत में प्रसार

फलक के माध्यम से प्रसार

इम्फाल माय सभा के प्रसार हेतु तीन मंदिरों में फलक लगाए गए । वहां के प्रसिद्ध सनातन मंदिर के एक विश्‍वस्त श्री. मनोज कुमारजी ने इसके लिए सहायता की ।
बंगाल के धर्मप्रेमी श्री. अभिजीत करमाकर ने तत्परता से स्वयं से फलक लगाए !
बुकारो के पुसरो क्षेत्र के धर्मप्रेमी श्री. प्रकाश केवटजी ने अपने क्षेत्र में १५ फलक लगाए, जिसका लाभ ५५ जिज्ञासुआें ने लिया ।
जमशेदपुर के उद्योगपति श्री. विष्णु अगरवाल ने घाटशिला क्षेत्र तथा अन्य विविध ११ स्थानों पर फलक लगवाकर धर्म का प्रसार किया । साथ ही झारखंड राज्य के कतरास, भेलातांड, मलकेरा, धनबाद तथा बंगाल, असम राज्य में भी सभा का फलक द्वारा प्रसार किया गया ।

विविध स्थानों पर ‘ऑनलाइन’ बैठक

शास्त्र धर्म प्रचार सभा, बंगाल के श्री. सोबन सेनगुप्ता तथा डॉ. कौशिक चंद्र मल्लिक ने उनके संगठन के कार्यकर्ताआें के लिए बैठक का आयोजन किया ।
धनबाद के धर्माभिमानी श्री. जयंत मिश्रा ने बैठक का आयोजन कर २०० से अधिक जिज्ञासुआें को निमंत्रित किया ।
ब्लैक डायमंड इंडस्ट्री के कर्मचारियों ने बैठक का आयोजन कर सभा में अपना योगदान दिया ।
साथही पूर्व एवं पूर्वोत्तर राज्यों के धर्मनिष्ठ अधिवक्ता, हिन्दू संगठन के पदाधिकारी, सोशल मीडिया के सक्रिय कार्यकर्ता एवं धर्मप्रेमी ऐसे कुल ११ बैठक संपन्न हुई ।

मंदिर विश्‍वस्त एवं पुजारियों की ‘ऑनलाइन’ बैठक

पूर्वोेत्तर भारत के मंदिरों के विश्‍वस्त और पुजारियों की बैठक में मंदिरों में हो रही चोरियां, पुजारियों एवं संतों की हो रही निर्मम हत्याएं, मंदिरों का सरकारीकरण आदि विषयों से उपस्थितों लोगों को अवगत कराया गया ।

‘ऑनलाइन’ संपादक और पत्रकार बैठक

इस बैठक में उत्तर एवं पूर्वोत्तर भारत के अनेक संपादकों ने सहभाग लिया । इस समय सभी ने सभा को सफल बनाने हेतु अपना योगदान देने का निश्‍चय किया ।

‘ऑनलाइन’ युवा संगठन बैठक

इस बैठक में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, बंगाल, असम और ओडीशा क्षेत्र से अनेक युवा सम्मिलित हुए । इस समय कु. कुहू पांडेय तथा श्री. निलय पाठक ने बताया कि ‘हिन्दुस्थान का प्रत्येक हिन्दू युवा ऋषि पुत्र है । ऋषियों की तपस्या से बनी इस भूमि की परंपरा और संस्कृति को अब वापस लाने का प्रथम दायित्व युवाआें का ही है ।’

‘ऑनलाइन’ शिक्षक बैठक

इस बैठक में हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्वोत्तर भारत मार्गदर्शक पू. नीलेश सिंगबाळजी ने मार्गदर्शन किया । इस समय उन्होंने राष्ट्र एवं धर्म पर हो रहे आघात एवं हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता के विषय में जानकारी दी । उपस्थित सभी शिक्षकों ने धर्मकार्य में सम्मिलित होने की तैयारी दर्शाई ।

उत्तर प्रदेश, बिहार में प्रसार

‘ऑनलाइन’ अधिवक्ता बैठक

राष्ट्र एवं हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ताआें की बैठक का भी आयोजन किया गया । अधिवक्ताआें ने स्वयं दायित्व लेकर अपनी ओर से प्रसार करने की तैयारी दिखाई । कुछ ने स्वयं का वीडियो बनाकर स्वयं ही फेसबुक पेज से प्रसारित किया ।

‘ऑनलाइन’ हिन्दू जागृति बैठक

हिन्दू जनजागृति समिति के जालस्थल के माध्यम से समिति के कार्य से जोडने के लिए इच्छुक हिन्दुुत्वनिष्ठ प्रोफाइल सदस्यों के लिए ‘ऑनलाइन’ बैठक का आयोजन किया गया । इस बैठक को १२५ से अधिक धर्मप्रेमी उपस्थित थे । इस समय ४० लोगों ने बताया कि वे समिति के ‘ऑनलाइन’ धर्मशिक्षा वर्ग में उपस्थित रहेंगे । साथ ही उन्होंने सभा का प्रसार करने का उत्साह दिखाया ।

‘ऑनलाइन’ उद्योगपति बैठक

इस बैठक में ‘सभा का उद्देश्य’ तथा ‘इसके प्रसार हेतु कैसे सहभागी हो सकते हैं’, इसके विषय में प्रबोधन किया गया ।

ऑनलाइन सोशल मीडिया कार्यकर्ता बैठक

इस बैठक में ‘हिन्दू राष्ट्र का ध्येय साध्य करने के लिए सोशल मीडिया का महत्त्वपूर्ण योगदान एवं इसका प्रचार किस प्रकार करना है’ इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई ।

अन्य माध्यमों द्वारा प्रसार

अ. हिन्दू जनजागृति समिति के फेसबुक पृष्ठ से ५५ सहस्र जिज्ञासुआें तक प्रसार : सभा से ९ दिन पूर्व हिन्दू जनजागृति समिति के उत्तर और पूर्वोत्तर भारत के ‘फेसबुक पृष्ठ’ से हिन्दुआें की विविध ज्वलंत समस्याआें के संबंध में जागृति करनेवाला सीधा प्रसारण किया गया । इस माध्यम से यह विषय ५५ सहस्र लोगों तक पहुंचा । अनेक हिन्दुत्वनिष्ठों ने ध्वनिचित्रफीति द्वारा लोगों को ‘ऑनलाईन’ सभा में सहभागी होने का आवाहन किया ।

आ. भीतपत्रक, फलक लिखना एवं श्रव्य-मुद्रिका द्वारा प्रसार : हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा के प्रचार के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार राज्यों के विविध जनपदों में निमंत्रण के ३०० भीतपत्रक मंदिरों, दुकानों, रिक्शा, सूचना फलक, विद्यालयों, उपाहारगृहों आदि स्थानों पर और गलियों में लगाए गए । मंदिरों में फलक लिखकर धर्मप्रेमियों को सभा में उपस्थित रहने के लिए निमंत्रण दिया गया तथा श्री सरस्वती पूजन के निमित्त पूजा मंडल और मंदिरों में सभा की ध्वनिफीतियां लगाई गईं ।

इ. सामाजिक माध्यम और टीवी के माध्यम से प्रसार : कुछ यू ट्यूब चैनलों ने सभा का स्वयं होकर प्रचार किया । कुछ धर्माभिमानियों ने फेसबुक, ट्वीटर, वॉट्सएप आदि माध्यमों से लोगों को निमंत्रण दिया । सोनपुर (बिहार) तहसील के पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’ के पाठक श्री. सर्वोदय कुमार ने उनकी इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान मेें टीवी द्वारा सभा का सीधा प्रसारण किया । वह अनेक जिज्ञासुआें ने देखा । उत्तर प्रदेश के चमारू और नटवा गांवों में हिन्दुत्वनिष्ठों ने टीवी द्वारा सभा दिखाई । वह अनेकों ने देखी ।

ओडिशा राज्य में प्रसार

सभा के प्रसार हेतु भुवनेश्‍वर के कुछ मंदिरों में सभा के निमंत्रण के भीतपत्रक लगाए गए ।

उत्तर प्रदेश, बिहार एवं ओडिशा राज्य के विशेष अभिमत

१. श्री. वागीश मिश्रा, अध्यक्ष, केंद्रीय देव दीपावली महासमिति, वाराणसी : आप हमारा ही कार्य कर रहे हैं । आपके विचार अत्यंत व्यापक हैं । राष्ट्र और धर्म रक्षा के संबंध में आपके विचार सुनकर अत्यंत आनंद हुआ । इससे आगे हम सब मिलकर कार्य करेंगे ।

२. आचार्य विजय पाठक, वाराणसी : ‘ऑनलाइन’ बैठक में उपस्थित रहने से अत्यंत आनंद हुआ । हिन्दू जनजागृति समिति का कार्य मैं अनेक वर्षों से जानता हूं; परंतु समिति हिन्दू राष्ट्र के लिए इतना व्यवस्थित और व्यापक कार्य कर रही है, यह अभी पता चला । इस प्रकार की बैठक में मेैं निश्‍चित रूप से उपस्थित रहूंगा और हिन्दू राष्ट्र के लिए कार्य करूंगा ।

३. गया (बिहार) के सुप्रसिद्ध मंगलागौरी मंदिर के पुजारी को सभा का विषय बहुत अच्छा लगा । उन्होंने समिति के कार्यकर्ताआें को उत्साह से कहा, ‘‘आप इस निमंत्रण के भीतपत्रक के साथ अन्य धर्मशिक्षा देनेवाले कपडे के फलक और फ्लेक्स भी लगाइए । यह धर्म का ही कार्य है ।’’

४. श्री. जसकेतन जेना : सभा से पूर्व २-३ दिन संपर्क की सेवा करते समय बहुत आनंद मिला । मुझे लग रहा है कि मैंने यह सेवा एक दिन और पहले से क्यों नहीं की । मैंने एक बडा अवसर खो दिया । इससे आगे सेवा का एक भी अवसर नहीं छोडूंगा ।

५. श्री. अनन्यजा देवीदिप्ता : मैंने संपर्क करने से पूर्व नामजपादि उपचार नहीं किए थे । इसलिए संपर्क करते समय कुछ बाधाएं आईं । तत्पश्‍चात मैंने नामजपादि उपचार कर संपर्क किए । उसमें सकारात्मक प्रतिसाद मिला । इससे ध्यान में आया कि ऐसी सेवा करते समय साधना अच्छी होनी चाहिए ।

६. श्री. पपून पाणिग्रही : संपर्क करते समय मुझे एक बात प्रतीत हुई कि विषय आने पर हम अपनी अनुभूति एवं अनुभव बताते हैं, तो जिज्ञासु प्रभावित होते हैं ।

७. श्री. दिप्तांशु त्रिपाठी : मेरे युवा मित्रों से संपर्क करते समय मुझे प्रतीत हुआ कि उनके मन में हिन्दूविरोधी शक्तियों के प्रति रोष है । कुछ मित्रों ने ऑनलाइन सभा देखने पर कहा कि ‘ऐसी जागृति होनी चाहिए ।’

अन्य विशेष

१. राउरकेला के हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. गोपीचंद गुप्ता ने इस सभा के प्रचार हेतु परिचित कार्यकर्ताआें की एक बैठक का आयोजन किया । इस बैठक में अनेक धर्मप्रेमी उपस्थित थे ।

२. हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. शुभेंदु प्रसाद नायक ने स्वयं ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया ।

३. ‘ओडीशा क्रांति’ के संपादक श्री. अभिषेक जोशी और कटक के न्यूज पोर्टल ने सभा का समाचार प्रसारित किया ।