विधानसभा चुनाव में नामांकन न मिलने पर कार्यकर्ता क्रोधित !
एक अन्य धर्मांध नेता को टिकट न मिलने के कारण उसके समर्थकों द्वारा रास्ता रोको आंदोलन ।
लोकतंत्र को कलंक लगाने वाले तृणमूल कांग्रेस के धर्मांध नेता ! इससे नामांकन पत्र न मिलने पर हिंसाचार होने के लिए जो नेता उत्तरदायी हैं, यदि वे जनप्रतिनिधि बन जाते हैं तो क्या करेंगे ; इसकी कल्पना कर सकते हैं ! क्या निधर्मीवादी इनके विरुद्ध बोलेंगे ?
कोलकाता (बंगाल) – यहां के विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया आरंभ हुई है । तृणमूल कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की सूची घोषित की है । इसमें दक्षिण २४ परगना के भानगर क्षेत्र के एक महत्वाकांक्षी नेता अराबुल इस्लाम को टिकट नकारा गया । इसलिए उन्होंने सामाजिक माध्यमों द्वारा निषेध व्यक्त किया, जबकि उनके कार्यकर्ताओं ने पार्टी के ही कार्यालय में आग लगा दी । यहां के नेतनहाट कार्यालय में आग लगाकर इस्लाम के समर्थकों ने रास्ता रोक दिया । इसी प्रकार, दो बार विधायक रह चुके रफीकुर रहमान को भी टिकट नकारने पर उनके कार्यकर्ताओं ने उत्तर २४ परगना में राष्ट्रीय महामार्ग २४ को अवरुद्ध कर दिया । राष्ट्रीय महामार्ग पर पूरे दो घंटे के यातायात जाम के उपरांत, अंत में सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को बाजू हटा कर रास्ता पुनः खुला कर दिया ।
चार बार विधायक रहे सतगचिया एवं सोनाली गुहा को भी टिकट से वंचित कर दिया गया । इसके पश्चात, सोनाली गुहा ने घोषणा की कि वह भाजपा में प्रवेश कर रही हैं । (क्या ४ बार विधायक रहने के उपरांत भी अपनी लालसा अल्प न हुए नेता लोगों को कभी भी त्याग के संदर्भ में सिखा सकते हैं क्या ? – संपादक)