फ्रांस में एक शिक्षक का सिर काटनेवाले कट्टरपंथी का शव चेचन्या स्थित उसके गांव ले जाया गया !

इससे यह स्पष्ट है कि मुसलमान बहुसंख्यक चेचन्या में किस तरह की मानसिकता के लोग हैं ! विश्व में ऐसे कितने स्थान हैं, इस पर विचार करते हुए अगर कोई उन्हें बहिष्कृत करने की मांग करता है, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा !

नई दिल्ली : कुछ सप्ताह पूर्व, फ्रांस में एक शिक्षक, सैमुअल पैटी की, एक कट्टर छात्र द्वारा, गला काटकर हत्या कर दी गई थी । पैटी द्वारा कक्षा में पैगंबर मुहम्मद के कार्टून दिखाए जाने के बाद, १८ वर्षीय छात्र, अब्दुल्लाख अंजोरोवया ने उनकी हत्या कर दी । वह उसी दिन पुलिस की मुठभेड में मारा गया था । अब्दुल्लाख मूल रूप से चेचन्या, रूस का निवासी था, इसलिए, उसके पार्थिव शरीर को उसके देश में भेजा गया था । जब उसका पार्थिव शरीर, ५ दिसंबर को उनके गांव शालाजी लाया गया, तो उसे एक नायक के रूप में सम्मानित किया गया । उसके लिए गाने भी गाए गए । उसके अंतिम संस्कार में सैकडों लोग सम्मिलित हुए । उस समय लोग ‘टाइगर ऑफ इस्लाम’ के नारे लगा रहे थे । पूरे गांव से उनका अंतिम संस्कार जुलूस निकाला गया । ग्रामीणों ने उसके नाम पर गांव की एक सड़क का नामकरण किया है । उस समय पुलिस ने दूसरे गांव के लोगों का प्रवेश रोकने के लिए गांव की सीमाओं को बंद कर दिया था ।