ऐतिहासिक स्थान जीवित तीर्थ है ! – श्री. विकास दवे, निदेशक, मध्यर प्रदेश साहित्यव अकादमी

‘हिन्‍दू जनजागृति समिति’ द्वारा मध्‍य प्रदेश स्‍थापना दिवस पर पांच दिवसीय ऑनलाइन कार्यक्रम शृंखला !

     इंदौर (म.प्र.) – मध्‍य प्रदेश स्‍थापना दिवस के अवसर पर हिन्‍दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित पांच दिवसीय विशेष फेसबुक लाइव कार्यक्रम में हिन्‍दू जनजागृति समिति के मध्‍य प्रदेश समन्‍वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने पुण्‍यश्‍लोक अहिल्‍यादेवीजी के चरित्र के कुछ प्रमुख बिंदुआें पर दर्शकों को जानकारी दी । उन्‍होंने बताया कि ‘‘आज भले ही भौगोलिक दृष्‍टि से मध्‍य प्रदेश का स्‍थापना दिवस है; पर यहां का इतिहास, परंपरा देश को एकता के सूत्र में बांधती है । इस कार्यक्रम शृंखला में मध्‍य प्रदेश का इतिहास, संस्‍कृति, धार्मिक-आध्‍यात्मिक महत्त्व, तीर्थस्‍थल, पराक्रमी राजा, क्रांतिकारी आदि के विषय में जानकारी दी गई । संस्‍कृति और गौरवशाली इतिहास सभी भेद भुलाकर देशवासियों को एकसूत्र में बांधकर राष्‍ट्रनिर्माण का कार्य करता है । वर्तमान समय में राष्‍ट्र निर्माण के लिए युवा पीढी तक यह इतिहास पहुंचाने का हमारा प्रयास है’’, ऐसी जानकारी हिन्‍दू जनजागृति समिति के मध्‍य प्रदेश समन्‍वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने दी ।

     मध्‍य प्रदेश साहित्‍य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवेजी ने कहा, ‘‘इतिहास हमें प्रेरणा देता है । इंदौर का इतिहास भी पुण्‍यश्‍लोक अहिल्‍यादेवी होळकरजी के साथ क्रांतिकारियों से भी गौरवान्‍वित है । आज इतिहास की स्‍मृति के अनेक मूक साक्षीदार हमारे बीच हैं; पर इनकी ओर देखने की दृष्‍टि लुप्‍त हो रही है । इसलिए ऐतिहासिक स्‍थान को जीवित तीर्थ के समान देखकर उन्‍हें सहेजकर रखना आवश्‍यक है ।’’

     इस कडी में ३ नवंबर को ग्‍वालियर के इतिहास के विषय में माधव महाविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्‍यक्ष डॉ. मनोज अवस्‍थीजी, ४ नवंबर को जबलपुर के गौरवशाली इतिहास के विषय में सरस्‍वती अभियांत्रिकी महाविद्यालय के संचालक प्रो. डॉ. आशिष श्रीवास्‍तवजी और ५ नवंबर को भोपाल के इतिहास के विषय में आचार्य हुकुमचंद संकुशलजी ने जानकारी दी । इस कार्यक्रम का यूट्यूब और टवीट्‍र पर भी प्रसार किया गया । लगभग २ सहस्र से अधिक लोगों ने इस कार्यक्रम का लाभ लिया और ३४३ से अधिक बार शेयर किया गया ।