देश में स्वतंत्रता से पूर्व के काल से अर्थात वर्ष १९२० से हो रही हैं लव जिहाद की घटनाएं !

     वर्ष २०१८ में आगरा में एक धर्मांध ने प्रमिला सज्जन की पुत्री संजना से अंतरधर्मीय विवाह किया । प्रमिला बोलीं, मैं एक दिन घर लौटी और देखा कि वह मेरी पुत्री को ले गया था । तब से संजना ने घर केवल एक बार दूरभाष कर बताया कि उसने विवाह कर लिया है और उसके साथ रह रही है । प्रमिला बोली, उसने बताया कि वह अब नहीं लौटेगी । प्रमिला के मतानुसार, उनकी पुत्री का बुद्धिभ्रम (ब्रेनवॉश) किया गया । इस घटना को लव जिहाद का प्रकरण कह सकते हैं । यह घटना वर्ष १९२० की घटनाआें से समानता दर्शानेवाली है ।

देहली विश्‍वविद्यालय के इतिहासकार चारु गुप्ता ने
वर्ष १९२० के दशक की उजागर की हुई लव जिहाद की घटनाएं

     देहली विश्‍वविद्यालय के इतिहासकार चारु गुप्ता ने वर्ष २००२ में एक शोध किया था । उस समय सार्वजनिक स्वरूप में लव जिहाद की चर्चा नहीं होती थी । गुप्ता ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि हिन्दू सुधारवादियों ने वर्ष १९२० के दशक के प्रारंभ में अपहरण के जो प्रकरण सामने लाए हैं, वे लव जिहाद से मिलते-जुलते हैं । जिन लडकियों ने भागकर धर्मांतरण किया था, उनमें से अधिकांश निराश्रित थीं । गुप्ताजी के अध्ययन के अनुसार

१. वर्ष १९२७ मेंे प्रतापगढ की एक हिन्दू महिला ने भागकर धर्मांध से विवाह किया था ।

२. वर्ष १९२४ में बनारस में एक हिन्दू महिला ने धर्मांध के लिए अपने पति को छोड दिया था ।

३. वर्ष १९२७ मेंे मुजफ्फरनगर में एक हिन्दू लडकी का बलपूर्वक धर्मांतरण कर धर्मांध से विवाह कराया गया । हिन्दुआें को यह जानकारी मिलते ही हिन्दुआें की बडी भीड धर्मांध के घर जाने के लिए निकल पडी । तत्पश्‍चात पता चला कि वह लडकी स्थायी रूप से मुसलमान बन गई थी ।

४. अप्रैल १९२७ में झांसी में एक धर्मांध के वेश्या रखने पर शोर हुआ था । वह हिन्दू थी; परंतु उसके पश्‍चात उसने इस्लाम पंथ स्वीकार लिया था ।

२१ वें शतक में संपूर्ण देश में हो रही है लव जिहाद की चर्चा !

     जर्मनी में निवास करनेवाली विद्यावाचस्पति (पीएचडी) विचारक आस्था त्यागी के मतानुसार, यह (लव जिहाद) प्रकार गुजरात में ९० के दशक के अंत में और २१ वें शतक के प्रारंभ में हो रहा है । उस समय लव जिहाद का अर्थ था, धर्मांध लडके हिन्दू लडकियों को विशेषत: नवरात्रि के डांडिया कार्यक्रमों में प्रेम के जाल में फंसाते हैं और तत्पश्‍चात उनका धर्मांतरण करते हैं । गुप्ताजी के अनुसार २१ वें शतक के प्रारंभ में हिन्दू संगठनों के कार्यक्रमों द्वारा संपूर्ण देश में लव जिहाद की चर्चा होने लगी । यह चर्चा संपूर्ण देश में होने में श्रीराम सेना के प्रमोद मुतालिक ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

(संदर्भ : नवभारत टाइम्स, २१.१०.२०२०)