(कहते हैं) ‘बाबरी तोडने का प्रतिशोध लिया जाएगा !’

इस्लामिक स्टेट के नियतकालिक द्वारा धमकी

  • भारत का एक भी मुसलमान संगठन, नेता अथवा समाजिक कार्यकर्ता इस संबंध में नहीं बोलता अथवा इसका विरोध नहीं करता ! इसका अर्थ है कि ‘इस्लामिक स्टेट ऐसा ही करे’, यह उनकी अपेक्षा है, यदि हिन्दुओं को ऐसा लगे, तो उसमें अनुचित क्या है ?
  • धर्मांधों द्वारा निरंतर बाबरी का प्रतिशोध लेने की भाषा की जा रही है । इसलिए श्रीरामजन्मभूमि पर बनाए जा रहे श्रीराममंदिर की सुरक्षा के लिए हिन्दुओं को अभी से सतर्क रहना आवश्यक है !

नई देहली – इस्लामिक स्टेट के नियतकालिक ‘वॉइस ऑफ इंडिया’ में भारतीय मुसलमानों को सरकार के विरुद्ध जिहाद करने का आवाहन किया गया है तथा यह भी धमकी दी गई है कि बाबरी का प्रतिशोध लिया जाएगा । यह नियतकालिक गोपनीय पद्धति से ऑनलाइन प्रसारित किया जाता है । वर्तमान में इसका ९ वां संस्करण प्रकाशित किया गया है ।

इस नियतकालिक में बाबरी ढांचा ढहाने के छायाचित्र प्रकाशित किए गए हैं तथा कहा गया है कि बाबरी ढहाने का प्रतिशोध लिया जाएगा । इसके लिए इस्लामिक स्टेट के कार्यकर्ता लडेंगे । उसी प्रकार यह भी कहा गया है कि ‘नागरिकता सुधार अधिनियम के विरुद्ध खडे रहनेवाले मुसलमानों के पीछे हम दृढता से खडे हैं । भारतीय मुसलमानों को जिहाद करना चाहिए । आपने न्यायालय का निर्णय स्वीकार किया । आपको भारतीय सरकार के विरुद्ध शस्त्र हाथ में लेने चाहिए थे ।’