भारत में सुराज्य बनाएं ! १५ अगस्त

१५ अगस्त ! भारत में ‘सुराज्य’ निर्माण करने की स्फूर्ति देनेवाला राष्ट्रीय त्योहार ! आज देश स्वतंत्र है; पर क्या सुराज्य मिला ? नहीं न ! क्योंकि आज भी जनता को पानी, सडक, बिजली आदि मूलभूत आवश्यकताआें के लिए आंदोलन करना पडता है । स्वतंत्रता हेतु बलिदान करनेवाले क्रांतिकारियों के सपनों का ‘सुराज्य’ आज नहीं है । लोगो, उठो ! सुराज्य प्राप्ति हेतु प्रतिबद्ध हो जाओ !

इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस से यह संकल्प करें !

  • चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि शत्रु राष्ट्र के उत्पादों का बहिष्कार करूंगा !
  • मैं स्वयं घूस नहीं दूंगा और भ्रष्टाचार के निर्मूलन के लिए प्रयास करूंगा !
  • स्वयं स्वरक्षा प्रशिक्षण लूंगा और अन्यों को भी उसके लिए प्रेरित करूंगा !
  • राष्ट्र-धर्म की रक्षा हेतु प्रतिदिन न्यूनतम १ घंटा समय दूंगा !

राष्ट्रगीत एवं राष्ट्रध्वज का सम्मान बनाए रखें !

  • कपडे, खाद्यपदार्थ, खिलौने इत्यादि राष्ट्रध्वज की भांति न रंगवाएं !
  • राष्ट्रध्वज सडक पर गिरने न दें और बच्चों को खेलने के लिए न दें !
  • राष्ट्रगीत का अपमान करनेवाले गीत, विज्ञापन, व्यक्ति आदि का विरोध करें !

क्रांतिकारियोंका मूलमंत्र ! – ॥ वन्दे मातरम् ॥

क्रांतिकारियों में क्रांतिकार्य करने की प्रेरणा जागृत करनेवाला मूलमंत्र अर्थात ‘वन्दे मातरम्’ ! स्वतंत्रता दिवस पर इस ‘राष्ट्रीय गीत’का स्मरण कर सक्रिय होना, यह राष्ट्रकर्तव्य ही है !

‘वन्दे मातरम्’ उचित लय में सुनने के लिए समिति का सूचना जालस्थल देखें !
www.hindujagruti.org/activities/campaigns/national/vandemataram/