भारत में सुराज्य बनाएं ! १५ अगस्त

५ अगस्त ! भारत में ‘सुराज्य’ निर्माण करने की स्फूर्ति देनेवाला राष्ट्रीय त्योहार ! आज देश स्वतंत्र है; पर क्या सुराज्य मिला ? नहीं न ! क्योंकि आज भी जनता को पानी, सडक, बिजली आदि मूलभूत आवश्यकताआें के लिए आंदोलन करना पडता है ।

स्वदेशी अपनाएं : विदेशी दासता ठुकराकर स्वयं में राष्ट्राभिमान बढाएं !

स्वदेशी केवल वस्तु नहीं, अपितु एक विचार है । स्वतंत्रता से पूर्व  अनेक क्रांतिकारियों ने इस विचार को अपने जाज्वल्य क्रांतिकार्य का मूलमंत्र बनाया था । उस समय विदेशी दासता के विरुद्ध संघर्ष में स्वदेशी का यह विचार उत्कट राष्ट्रप्रेम का मुख्य स्रोत बना ।

संसद की भांति न्यायालयों में सभी अभियोगों की कार्यवाही ‘वीडियो कॉन्फरेन्सिंग’ से करें ! – सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता सुभाष झा की मांग

हिन्दू विधिज्ञ परिषद की ओर से आयोजित ऑनलाइन राष्ट्रीय अधिवक्ता अधिवेशन का राष्ट्र एवं धर्म प्रेमी अधिवक्ताओं द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर !

संकटकालीन स्थिति में (कोरोना की पृष्ठभूमि पर) धर्मशास्त्र के अनुसार गुरुपूर्णिमा मनाने की पद्धति !

इस वर्ष कोरोना संकट की पृष्ठभूमि पर हमने घर पर रहकर ही भक्तिभाव से श्री गुरुदेवजी के छायाचित्र का पूजन अथवा मानसपूजन किया, तब भी हमें गुरुतत्त्व का एक सहस्र गुना लाभ मिलेगा ।