वर्तमान में कोरोना विषाणु का प्रादुर्भाव दिनप्रतिदिन बडी मात्रा में बढ रहा है । इसलिए कुछ स्थानों पर घर से बाहर निकलना भी प्रतिबंधित है । उसके अनुसार गणेशोत्सव घर के घर में और सार्वजनिक रूप से निश्चित रूप से कैसे मनाना चाहिए ?, ऐसा प्रश्न सामान्य नागरिकों सहित गणेश मंडल के प्रतिनिधियों के मन में है । वर्तमान में कोरोना अथवा तत्सम आपातकाल में भी हिन्दू धर्म ने धर्माचरण में कुछ विकल्प बताए हैं । उन विकल्पों तथा अन्य दिशादर्शन करने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘आपातकाल में गणेशोत्सव कैसे मनाना चाहिए ?’, इस विषय पर एक विशेष संवाद का आयोजन किया गया है । इस संवाद का सोमवार, १७ अगस्त को सायंकाल ७ ते ८.३० के मध्य ‘फेसबुक’ और ‘यू-ट्यूब’ पर सीधा प्रसारण किया जानेवाला है ।
इस संवाद द्वारा गणेशभक्तों के मन में आनेवाले निम्नांकित प्रश्नों के धर्मशास्त्रीय उत्तर दिए जाएंगे
१. आजकल कोरोना महामारी होने के कारण क्या श्री गणेशचतुर्थी के स्थान पर माघ गणेशजयंती को मूर्ति की प्रतिष्ठापना करें ?
२. बाजार से लाई गई मूर्ति क्या ‘सेनेटाइज’ करनी चाहिए ?
३. कोरोना महामारी के कारण पुरोहित को घर बुलाना संभव नहीं है । ऐसी स्थिति में कुछ स्थानों पर पुरोहित ‘ऑनलाइन’ माध्यम से पूजा बतानेवाले हैं । ऐसी ‘ऑनलाइन’ पूजा योग्य है अथवा अयोग्य है ?
४. कोरोना महामारी के काल में मूर्ति विसर्जन के बंधनों को ध्यान में रखकर क्या करना चाहिए ?
५. प्रदूषित नदी में क्या मूर्तिविसर्जन करना उचित है ?
इस संवाद में पर्यावरण विशेषज्ञ श्री. विकास भिसे, सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस और हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र और छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ‘फेसबुक लाइव’ और ‘यू-ट्यूब लाइव’ के माध्यम से संबोधित करनेवाले हैं । इसलिए नागरिक, गणेश मंडलों के पदाधिकारी-कार्यकर्ता बडी संख्या में इस संवाद का लाभ उठाएं, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा किया गया है । इस विशेष संवाद का सीधा प्रसारण निम्नांकित ‘लिंक्स’ से किया जानेवाला है ।
* facebook.com/HinduAdhiveshan
* youtube.com/HinduJagruti
आपका विश्वासपात्र,
श्री. सुनील घनवट,
राज्य संगठक, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ, हिन्दू जनजागृति समिति .
(संपर्क : 70203 83264)