भीषण आपातकाल में अखिल मानवजाति हेतु सहायक सनातन की आपातकालीन ग्रंथमाला !

आगामी विश्‍वयुद्ध के समय डॉक्‍टर, औषधि आदि
की अनुपलब्‍धतामें, तथा सामान्‍यतः भी उपयुक्‍त सनातन के ग्रंथ !

शारीरिक, मानसिक एवं आध्‍यात्‍मिक पीडाआें पर उपचार ‘बिन्‍दुदाब (एक्‍यूप्रेशर)’

     मनुष्‍य की देह के विशिष्‍ट बिंदु दबाने से (एक्‍यूप्रेशर) शरीर के चेतना-प्रवाह में आनेवाली बाधाएं दूर कर शारीरिक, मानसिक एवं आध्‍यात्‍मिक पीडा कैसे दूर कर सकते हैं, इसका विवेचन करनेवाला एवं व्‍यावहारिक सूचना देनेवाला ग्रंथ !

सामान्‍य विकारोंके लिए बिन्‍दुुदाब उपचार

     सिरदर्द, आंखों में जलन, बार-बार होनेवाली खांसी, ज्‍वर, कोष्‍ठबद्धता, पीठदर्द, मानसिक तनाव जैसे दैनिक जीवन के विकारों के लिए ‘बिन्‍दुदाब उपचार’, सरल और घरेलू उपचार हैं । इस ग्रंथ में सामान्‍य विकारों में दबाए जानेवाले बिन्‍दु चित्रों की सहायता से दर्शाने के कारण ‘बिन्‍दुदाब उपचार’ करना अत्‍यन्‍त सुलभ हो गया है ।

हथेली एवं तलवे के बिन्‍दुआें पर दबाव (रिफ्‍लेक्‍सोलॉजी)

     इस ग्रंथ में १०० से भी अधिक विकारों के लिए उपयोगी सिद्ध होनेवाले, चयनित दाबबिन्‍दु दिए गए हैं । ग्रंथ की विशेषता यह है कि इसमें उन बिन्‍दुआें के सटीक स्‍थान दर्शानेवाली आकृतियां भी दी हैं । यह ग्रंथ पढकर स्‍वयं ही अपने रोगों का उपचार करें !

प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण (खण्‍ड १ से ३)

  •  रोगी के प्राणों की रक्षा व मर्माघातादि विकारों का प्राथमिक उपचार
  • रक्‍तस्राव, घाव, अस्‍थिभंग आदि का प्राथमिक उपचार
  • श्‍वासावरोध, जलना, प्राणियों के दंश आदि का प्राथमिक उपचार

     छोटी-बडी दुर्घटना, भूकंप, बाढ, बम-विस्‍फोट, युद्ध जैसी आपदाएं एकाएक होती हैं । अचेत होना, हृदयविकार का झटका आना जैसे कुछ प्रसंगों में तो चिकित्‍सा सहायता मिलने तक का समय अत्‍यधिक महत्त्वपूर्ण होता है । ऐसे विभिन्‍न अवसरों पर ‘कौनसे प्राथमिक उपचार करें ?’, यह इन ग्रंथों में सरल भाषा में १४० से भी अधिक आकृतियों की सहायता से समझाया गया है । इन आकृतियों के कारण प्राथमिक उपचारकर्ता के लिए विविध कृत्‍य समझकर उन्‍हें प्रत्‍यक्ष करना सरल होगा । प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण लेकर अपने परिजनों के साथ ही समाज की सहायता करना, राष्‍ट्रकर्तव्‍य एवं समष्‍टि (समाजगत) साधना ही है !

मनोविकारोंके लिए स्‍वसम्‍मोहन उपचार (भाग १)

     इस ग्रंथ में मनोविकारों की उपचार-पद्धतियां, सम्‍मोहन उपचार-पद्धति की विशेषताएं आदि का विवेचन किया है । स्‍वसम्‍मोहन का उपयोग कर नींद में बडबडाना, भय आदि मनोविकारों से ग्रस्‍त रोगियों के उपचार के उदाहरण दिए हैं । साथ ही, व्‍यसन एवं परीक्षा में असफलता से बाहर निकलने हेतु उपयुक्‍त मार्गदर्शन किया है ।

‘मनोविकारोंके लिए स्‍वसम्‍मोहन उपचार (भाग २)’ ग्रंथ भी उपलब्‍ध !

‘स्‍वसम्‍मोहन उपचार’ अंतर्गंत अन्‍य ग्रंथ

शारीरिक विकारोंके लिए स्‍वसम्‍मोहन उपचार

यौन समस्‍याआेंके लिए स्‍वसम्‍मोहन उपचार