वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से धर्मप्रेमियों के लिए हिन्दू राष्ट्र संगठक एवं प्रशिक्षण अधिवेशन की बैठक आयोजित की गई । आरंभ में उत्तर प्रदेश और बिहार के समन्वयक श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी ने बैठक में बताया कि ‘‘वर्तमान में असामाजिक तत्त्वों द्वारा राष्ट्र और धर्म का अपमान किया जा रहा है । इसके विरुद्ध संवैधानिक मार्ग से प्रतिकार करना अत्यावश्यक हो गया है ।’’ हिन्दू राष्ट्र-स्थापना का कार्य संगठित रूप से करने हेतु ‘ऑनलाइन’ बैठकों का आयोजन कैसे कर सकते हैं तथा अधिकाधिक लोगों को हिन्दू राष्ट्र के कार्य से जोडने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कैसे किया जाए, इसकी भी जानकारी धर्मप्रेमियों को दी गई ।

इस बैठक में हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक संत पू. नीलेश सिंगबाळजी ने सभी को बताया कि ‘‘हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के कार्य हेतु आध्यात्मिक बल अत्यावश्यक है । यह बल केवल साधना से ही प्राप्त किया जा सकता है । साथ ही हमारी अध्ययन क्षमता बढाने हेतु सनातन प्रभात एवं सनातन के ग्रंथों एवं समिति के जालस्थल का अध्ययन करना आवश्यक है ।’’
क्षणिकाएं : कई धर्मप्रेमियों ने कहा कि इस अधिवेशन में सहभागी होकर उन्हें हिन्दू राष्ट्र-स्थापना की दिशा प्राप्त हुई । वे टि्वटर और फेसबुक के माध्यम से हिन्दू विरोधी तत्त्वों का संवैधानिक मार्ग से विरोध करेंगे ।
पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत के धर्मप्रेमियों के लिए गुटचर्चा

कोलकाता (बंगाल) – हिन्दू राष्ट्र संगठक अधिवेशन के अंतर्गत पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत के धर्मप्रेमियों के लिए गुटचर्चा का आयोजन किया गया । इस गुटचर्चा में झारखंड, बंगाल, असम, त्रिपुरा, इन राज्यों से धर्मप्रेमी सम्मिलित हुए थे । इस चर्चा में राष्ट्र और धर्म कार्य हेतु आवश्यक गुण लाने हेतु कैसे प्रयास करें ? ‘ऑनलाइन’ हिन्दू राष्ट्र उपक्रमों का नियोजन कैसे करें ? इस विषय में पूर्व एवं पूर्वोत्तर राज्य से श्री. शंभू गवारे ने मार्गदर्शन किया । अधिवक्ता सुगंधा, शास्त्र धर्म प्रचार सभा से डॉ. कौशिकचन्द्र मल्लिक तथा श्री. सोवन सेनगुप्ता ने इस गुटचर्चा में सहभाग लिया ।