‘हम संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठन में कश्मीर के लोगों को समर्थन देते रहेंगे !’ – इस्लामी सहयोग संगठन(ओआईसी)

पाकिस्तान के दबाव में ऐसे वक्तव्य देकर ‘ओआईसी’ पाकिस्तान को संतुष्ट करने के अतिरिक्त कुछ भी प्राप्त नहीं कर सकता है ; क्योंकि, कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है । इसलिए, कोई कितनी भी बातें क्यों न बनाएं, उसमें परिवर्तन नहीं हो सकता ; यह ओआईसी जैसे संगठनों को ध्यान में रखना चाहिए !

द्वारका (गुजरात) में पाकिस्तान की नौसेना के द्वारा भारतीय नौका पर की गई गोलाबारी : घटना में एक मछुआरे की मृत्यु, तो दूसरा घायल

पाकिस्तानी सैनिक भारतीय सैनिकों और नागरिकों पर निरंतर गोलीबारी करते हैं और भारत उसका जैसे का वैसा प्रत्युत्तर देने के स्थान पर केवल चर्चा करता रहता है !

भारत-पाक सीमा पर ३ वर्षों के उपरांत दिवाली के अवसर पर दोनों देशों के जवानों ने एक-दूसरे को दी मिठाइयां !

पाकिस्तान ने ऐसा क्या किया है, जिससे भारत ने इस परंपरा को पुनर्जीवित किया ? पाकिस्तान को मिठाइयां देने और उससे मिठाइयां लेने का क्या औचित्य है, जब पाकिस्तान और उसके प्रायोजित आतंकवादी निरंतर कश्मीर पर आक्रमण कर रहे हैं ?

श्रीनगर से उडान भरने वाले विमानों को पाक की ओर से उसके आकाश क्षेत्र का प्रयोग करने से इन्कार !

अब भारत को भी पाक के विमानों को भारतीय आकाश क्षेत्र के प्रयोग पर रोक लगाकर जैसे को तैसा उत्तर देना चाहिए !

कश्मीर में, पाकिस्तान सीमा के समीप, बारूदी सुरंग विस्फोट में १ अधिकारी और १ सैनिक का बलिदान !

जब तक पाकिस्तान का नाश नहीं किया जाता, तब तक ऐसी घटनाओं को रोकना असंभव है ! इसपर अब लक्ष्य केंद्रित करना चाहिए !

(कहते हैं) ‘जीत के लिए भारत के मुसलमानों की प्रार्थना भी साथ थी !’

इस विषय में भारत के मुसलमान संगठन और धार्मिक नेता चुप क्यों हैं  या शेख रशीद ने जो कहा ,वो सही है, ऐसा ही उनको कहना है ?

पाकिस्तान की विजय के पश्चात, देश के कुछ मुसलमान बहुल क्षेत्रों में फूटे पटाखे !

दीपावली में पटाखे फोडने पर प्रतिबंध है ; परंतु, पाकिस्तान की विजय के पश्चात फोड सकते हैं, यह पाखंड क्यों ? – भूतपूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग

पाकव्याप्त काश्मीर में स्वतंत्रता के लिए स्थानीय पार्टियों की ओर से मोर्चे का आयोजन

मोर्चा निकालकर पाकव्याप्त काश्मीर को स्वतंत्रता नहीं मिलेगी, इसके लिए वहां के नागरिकों को पाक के विरोध में शस्त्र उठाने चाहिएं ! भारत को नेताजी सुभाषचंद्र बोस और क्रांतिकारियों के कारण ही स्वतंत्रता मिली थी, यह इतिहास है !

‘एफ.ए.टी.एफ.’ ने पाकिस्तान के साथ तुर्की को भी धूसर सूची (ग्रे लिस्ट) में डाला !

पाकिस्तान को धूसर सूची से हटाने के लिए तुर्की का प्रयास शुरू था । इन दोनों देशों को अब अन्य देशों के साथ-साथ, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से वित्तीय सहायता प्राप्त करना कठिन हो सकता है ।

भारत-पाकिस्तान के बीच ‘टी-२०’ क्रिकेट विश्वकप मुकाबला रद्द करें !

काश्मीर में हिन्दुओं की हत्या और सैनिकों के शहीद होने की पृष्ठभूमि पर मांग !