Pakistani Weapons Delivery To Kashmir : खालिस्तानियों की सहायता से पाकिस्तान से पंजाब के रास्ते कश्मीर में पहुंच रहे हैं हथियार
बंगाल के समान पंजाब में भी राष्ट्रपति शासन क्यों लागू करना चाहिए, यही इन मामलों से ध्यान में आता है ।
बंगाल के समान पंजाब में भी राष्ट्रपति शासन क्यों लागू करना चाहिए, यही इन मामलों से ध्यान में आता है ।
एक ओर ‘हम भारत-पाकिस्तान के बीच नहीं पडेंगे’, ऐसा कहना एवं दूसरी ओर भारत को इस पर *फोकट परामर्श देना, इसे क्या कहें ?
पाकिस्तान और अन्य देशों में अब तक भारत विरोधी आतंकवादियों और गुंडों की २१ हत्याएं हो चुकी हैं। ये सभी हत्याएं अज्ञात लोगों ने की हैं।
खालिस्तान की मांग करनेवाले, भारत, साथ ही कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों के सिक्ख अब चुप क्यों हैं ? अथवा उन्हें यह स्वीकार है ?
वक्फ बोर्ड को दिए गए असीमित अधिकारों के कारण इस बोर्ड की स्थिति, हम भारत की और कितनी भूमि हडप लें ?, ऐसी बन गई है ।
संयुक्त राष्ट्रों ने पाकिस्तान को सुनाई !
रमजान महीने में अल्लाह की अधिक से अधिक उपासना करने का संदेश देने वाले इस्लामी पाकिस्तान में ऐसे कैसे दिखता है ? इससे इस्लाम भारत में नहीं, तो पाकिस्तान में ‘खतरे में है’, ऐसा कहने की स्थिति पाकिस्तान पर आई है !
भिखारी हुए पाकिस्तान को मिलनेवाली यह भीख केवल आतंकवाद पर ही व्यय होगी, इसमें आश्चर्य कैसा !
अब इसके पीछे भारतीय गुप्तचर संस्था ‘रॉ’ का हाथ होने का पाकिस्तान, कनाडा अथवा अमेरिका ने शोर मचाया, तो आश्चर्य नहीं होगा !
गत कुछ समय में भारत के अनेक शत्रु विदेशी धरती पर मारे गये हैं। पाकिस्तान में भी भारत के शत्रु मारे गए हैं। पाकिस्तान ने भारत पर ये आरोप लगाया है ; किन्तु भारत ने इन आरोपों का पूर्ण रूप से खंडन किया है।