राष्ट्रभाषा को बचाएं एवं राष्ट्रीय एकता बनाए रखें !
‘सनातन हिन्दू संस्कृति का उपदेश है कि गांव के लिए परिवार को त्यागना, जनपद के लिए गांव को त्यागना, राज्य के लिए जनपद को त्यागना एवं राष्ट्रके लिए राज्य को त्यागना आवश्यक है ।
‘सनातन हिन्दू संस्कृति का उपदेश है कि गांव के लिए परिवार को त्यागना, जनपद के लिए गांव को त्यागना, राज्य के लिए जनपद को त्यागना एवं राष्ट्रके लिए राज्य को त्यागना आवश्यक है ।
आज के समय में यूरोप का भाषिक राष्ट्रवाद, अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया का भौमिक (भौगोलिक) राष्ट्रवाद, पूर्व के एशियाई देशों का सांस्कृतिक राष्ट्रवाद तथा अमेरिका उपमहाद्वीप के नागरिक को केंद्रबिंदु बनाकर निर्मित ‘नागरिक राष्ट्रवाद’ की तुलना कर ‘भारतीय राष्ट्रवाद’ विशद करने का दयनीय प्रयास किया जाता है ।
‘कोष्ठबद्धताके लिए गंधर्व हरितकी वटी’ औषधि की २ से ४ गोलियां रात सोने से पूर्व गुनगुने पानी के साथ लें ।
‘जिन ऋषियों ने अपने तपोबल से विश्व-मानव पर अनंत उपकार किए हैं, मनुष्य के जीवन को उचित दिशा दी है, उन ऋषियों का इस दिन स्मरण किया जाता है ।’
असुरों द्वारा पीडित सभी स्त्रियां श्री महालक्ष्मी गौरी की शरण में गईं एवं उन्होंने अपने अक्षुण्ण सौभाग्य हेतु प्रार्थना की ।
‘संपूर्ण विश्व में अध्यात्मप्रसार एवं मानवजाति के उद्धार के लिए अविरत कार्य करनेवाली सनातन संस्था के कार्य की व्याप्ति दिनोदिन बढती जा रही है ।
‘समाज के लगभग प्रत्येक व्यक्ति को ही अनिष्ट शक्ति जनित कष्ट होता है । अनिष्ट शक्तियों के कारण व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक कष्ट होते हैं, साथ ही जीवन में अन्य समस्याएं भी आती हैं ।
हिन्दू धर्मशास्त्र में बताए गए ईश्वरप्राप्ति के मूलभूत सिद्धांतों में से एक है – ‘देवऋण, ऋषिऋण, पितृऋण एवं समाजऋण, ये चार ऋण चुकाना’ । इनमें से पितृऋण चुकाने के लिए ‘श्राद्ध’ करना आवश्यक है ।
श्राद्ध-जैसे अशुभ कर्म कनिष्ठ प्रकार के पृथ्वी और आप तत्त्वों से संबंधित होते हैं । इसलिए, इसमें नैवेद्य दिखाने की क्रिया अधिकांशतः भूमि (पृथ्वीतत्त्व) से संबंधित होती है । पितृकर्म (श्राद्ध) में कनिष्ठ देवताओं की तरंगें भूमि की ओर गमन करती हैं, इसलिए उस दिशा को मुख्य मानकर यह क्रिया की जाती है ।
हिन्दू हो, मुसलमान हो अथवा ईसाई । जो भी शास्त्रों का पालन करेगा, उसे लाभ होगा । आज विदेशों में अधिकतर लोग मानसिक बीमारियों से ग्रस्त हैं । अमेरिका में ही ५ में से १ व्यक्ति मानसिक रोगी है ।