खुलकर बात करना एक महान औषधि है !

‘पूर्वाग्रह, राग, भय के समान मूलभूत स्वभावदोषों के कारण अधिकांश लोगों के लिए खुलकर बात करना असहज रहता है ।

मूत्रमार्ग के जलन पर आयुर्वेद का प्राथमिक उपचार

‘चाय का पाव चम्मच सनातन उशीर (वाळा) चूर्ण आधी कटोरी पानी में घोल बनाकर दिन में ४ बार पीना । यदि ७ दिन में लाभ न हो, तो वैद्यों का समादेश (सलाह) लें ।’

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के पाद्यपूजन समारोह के समय श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी को प्राप्त अनुभूतियां !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के चरणों पर ‘ॐ ऐं क्लीं श्रीं श्रीं श्रीं सच्चिदानन्द-परब्रह्मणे नमः ।’ मंत्रजप करते हुए पुष्पार्चना करते समय ‘प्रत्येक फूल में विद्यमान प्राण जागृत हुआ है’, ऐसा प्रतीत हो रहा था ।

ठाणे के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पं. निषाद बाक्रे ने अवलोकन किया महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय का कार्य !

महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय का कार्य समझ लेने के लिए आए पं. निषाद बाक्रे ने रामनाथी (गोवा) के सनातन के आश्रम का भी अवलोकन कर वहां का कार्य समझ लिया ।

प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पं. निषाद बाकरे द्वारा प्रस्तुत किए गए ‘भूप’ राग के गायन का संतों, साथ ही आध्यात्मिक कष्ट से ग्रस्त तथा कष्टरहित साधकों पर हुआ परिणाम

इस प्रयोग के समय पं. बाक्रे को तबले पर गोवा के प्रसिद्ध तबलावादक डॉ. उदय कुलकर्णी तथा संवादिनी पर (हार्माेनियम पर) श्री. दत्तराज म्हाळशी ने संगत की ।

उज्जैन की हरसिद्धिदेवी के चरणों में सामूहिक प्रतिज्ञा लेकर मध्य प्रदेश में अभियान का आरंभ !

हिन्दू जनजागृति समिति की २० वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में संपूर्ण देश में ‘हिन्दू राष्ट्र-संकल्प अभियान’ आयोजित किया गया है । मध्य प्रदेश में शक्तिदात्री हरसिद्धिदेवी के चरणों में सामूहिक प्रतिज्ञा लेकर इस अभियान का आरंभ किया गया ।

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘पश्चिमी देश माया में आगे बढना सिखाते हैं, जबकि भारत ईश्वरप्राप्ति के मार्ग पर आगे बढना सिखाता है !’