Kejriwal resign : केजरीवाल २ दिनों में मुख्‍यमंत्रीपद से त्‍यागपत्र देंगे !

ऐसा कर के केजरीवाल जनता से सहानुभूति प्राप्त करने का ही प्रयास कर रहे हैं । उनके दल में रहे भ्रष्‍टाचारी, *गुंडे आदि की भरमार को देखते हुए उनके दल को चुनाव ही प्रतिबंधित करना चाहिए !

Updating Aadhaar Card : आधार कार्ड नवीनीकरण करने की समय सीमा अब १४ दिसंबर तक !

जिन लोगों का आधार कार्ड १० साल से पुराना है, उन्हें इसे निःशुल्क नूतनीकरण करने की सुविधा सरकार द्वारा प्रदान की गई है।

Biggest Land Mafia WAQF BOARD : वक्‍फ बोर्ड के पास ४५ देशों के क्षेत्रफल से भी अधिक भूमि !

वक्‍फ बोर्ड अर्थात भारत में लैंड जिहाद करने के लिए मुसलमानों मिला हुआ शासकीय साधन है । इससे पता चलता है कि वक्‍फ कानून रद्द होना कितना आवश्यक है !

Arvind Kejriwal Bail : अरविंद केजरीवाल को सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिल गई !

मुख्यमंत्री कार्यालय न जाने और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर न करने की शर्त !

NCPCR on Madrasa Education : बेहतर शिक्षा के लिए मदरसा गलत जगह है !

सरकार को सबसे पहले मदरसों को मिलने वाली सब्सिडी बंद करनी चाहिए और उन पर ताला लगाना चाहिए !

India ‘Semiconductor Powerhouse’ : विश्व के प्रत्‍येक उपकरण में भारतीय ‘चिप’ होनी चाहिए ! – मोदी

आज भारत का मंत्र ‘चिप उत्‍पाद बढाना’, है । सेमीकंडक्‍टर उत्‍पाद बढाने हेतु भारत सरकार ५० प्रतिशत आर्थिक सहायता दे रही है ।

Amit Shah : देशविरोधी शक्‍तियों के पीछे खड़ा रहना, राहुल गांधी की आदत ! – अमित शाह

गृहमंत्री ऐसे व्‍यक्‍ति को कारागार क्यों नहीं भेजते ?

Kejriwal judicial custody : केजरीवाल की न्यायिक हिरासत २५ सितंबर तक बढ़ाई गई !

देहली जैसे एक अत्यधिक महत्वपूर्ण राज्य का मुख्यमंत्री लगभग ६ महीने से जेल में है तथा फिर भी वह अब तक मुख्यमंत्री के पद पर बना हुआ है, यह लोकतंत्र की गंभीर विडंबना है।

BJP protest : राहुल गांधी के निवासस्‍थान के बाहर भाजपा का प्रदर्शन

कांग्रेस ने वर्ष १९८४ में सिक्खों का हत्‍याकांड करवाया । ऐसे लोगों द्वारा ‘भारत में सिक्ख डरे हुए हैं’, ऐसा कहना उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, इस कहावत जैसा ही है !

Ex-Home Minister’s Confession : मैं जब गृहमंत्री था, तब मुझे श्रीनगर के लाल चोक में जाने का भय लगता था !

शिंदे की यह स्‍वीकृति अर्थात कांग्रेस की ५५ वर्षों की सत्ता के कार्यकाल में पराभूत मानसिकता की स्वीकृति ही है ! दृढ मानसिकता के नहीं, अपितु ऐसे नामर्द गृहमंत्री मिलना, यह जनता का दुर्भाग्य !