प्रतिवर्ष कोरोना की वैक्सिन लेनी पडेगी ! – अमेरिकी व्हाइट हाऊस के मुख्य सलाहकार डॉ. फाऊची
‘लोगों ने नियमित रुप से वर्ष में एक बार जैसे ‘फ्लू’ का इंजेक्शन दिया जाता है, उसी प्रकार कोरोना का वैक्सीन भी देना पडेगा’, ऐसी संभावना फाऊची ने व्यक्त की है ।
‘लोगों ने नियमित रुप से वर्ष में एक बार जैसे ‘फ्लू’ का इंजेक्शन दिया जाता है, उसी प्रकार कोरोना का वैक्सीन भी देना पडेगा’, ऐसी संभावना फाऊची ने व्यक्त की है ।
भारतीय वायु सेना ने एक कर्मचारी को कोरोना निरोधक टीका लगाना अस्वीकार करने पर सेवा से निकाल दिया है ; ऐसी जानकारी केंद्र सरकार ने गुजरात उच्च न्यायालय में दी ।
मुसलमानों की मस्जिद के नियम तोडने का साहस ईसाई महिला डॉक्टर कर सकती है क्या ? हिन्दुओं के मंदिर में चप्पल पहनकर प्रवेश करने का साहस हिन्दू धर्माभिमानशून्य होने से किया जा सकता है, यह ध्यान में लें !
पुलिस की ‘थर्ड डिग्री’ से कोई भी नहीं बच सकता !
जब कोरोना के संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिए इतने सारे विकल्प उपलब्ध हैं, तब देवताओं का उपयोग क्यों ? धर्मप्रेमी हिन्दुओं को इसका वैध पद्धति से विरोध करना चाहिए !
हरिद्वार में अप्रैल माह में हुए कुंभ मेले के आयोजन के समय कोरोना जांच में हुए घोटाला के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने (ई.डी.ने) उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और दिल्ली में कुछ पैथोलॉजी प्रयोगशालाओं पर छापे मारे ।
चीन के वुहान में कोरोना की उत्पत्ति हुई थी और उसके उपरांत चीन ने उस पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया था, किन्तु अब पुन: वुहान शहर में कोरोना का एक रोगी मिला है ।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने राज्य में बढती हुई कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या को देखते हुए हिन्दुओं को ओणम् त्योहार के समय में भीड न होने देने, छोटे बच्चों से मिलना टालने और संबंधियों को मिलना टालने का, निःशुल्क परामर्श दिया है ।
कहां आधुनिक चिकित्सकीय शास्त्र को श्रेष्ठ मानकर आयुर्वेद को न्यून माननेवाले भारत के कथित विज्ञानवादी, तो कहां आयुर्वेद पर शोधकार्य कर उसका लाभ अपने देश को कराने का प्रयास करनेवाला ब्रिटेन !
भारत विरोधी वृत्त छापने वाले ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’, ‘वॉशिंगटन पोस्ट’, बीबीसी आदि विदेशी प्रसार माध्यमों पर भारत कब प्रतिबंध लगाएगा ?