UN On Protest In US : अमेरिका की ओर से अभिव्यक्ति स्वतंत्रता का उल्लंघन ! – संयुक्त राष्ट्र
फिलिस्तीन के समर्थन में आंदोलन करने वाले विद्यार्थियों को बंदी बनाए जाने का प्रकरण
फिलिस्तीन के समर्थन में आंदोलन करने वाले विद्यार्थियों को बंदी बनाए जाने का प्रकरण
फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले कौन हैं , यह जगजाहिर है । ऐसा हुआ, तो भी अमेरिका के यहूदी धर्मवालों के प्रभावी दबाव समूह के आगे आंदोलनकर्ता साम्यवादी और मुसलमान संगठनों का कुछ चलेगा नहीं, यह भी उतना ही सत्य है !
इस समय आंदोलनकारी और पुलिस में झगडा हुआ । आंदोलनकारियों को पीछे हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया ।
वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘इझिनी २०१४’ के अवसर पर इस नाटक का मंचन किया गया था, जिसमें माता सीता और श्री हनुमानजी की अवमानना की गई थी ।
पाकिस्तान के डेरा मुराद जमाली शहर में कुछ दिनों पूर्व हिन्दू लडकी प्रिया कुमारी का सुक्कूर से अपहरण किया गया था ।
पुलिस, प्रशासन और सरकार हिन्दुओं की रक्षा के लिए तथा धर्मांधों पर रोक लगाने के लिए कोई कडी कार्यवाही नहीं करते । इसलिए आक्रोशित होने पर यदि हिन्दू ऐसा कुछ कृत्य करते होंगे, तो उस पर विचार किया जाना चाहिए !
पुलिस पर पुनः आक्रमण न हो; इसलिए प्रशासन द्वारा इस समय हिन्दुओं के मंदिर भी गिराकर ‘हम भेदभाव नहीं करते’, ऐसा दिखाने का प्रयास किया गया, यदि कोई ऐसा कहे, तो इसमें चूक क्या है ?
आंदोलन की जानकारी देनेवाले ‘एक्स’ अकाऊंट्स बंद करने का आदेश केंद्र सरकार द्वारा ‘एक्स’ कंपनी को दिया गया है । सरकारी आदेश के कारण ‘एक्स’ ने संबंधित खाते एवं पोस्ट विवश होकर हटाए हैं ।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल का झारखंड के राजभवन के सामने धरना आंदोलन !
हिन्दुओं की सांस्कृतिक विरासत था धार्मिक स्थल घारापुरी गुफाओं में हिन्दुओं को पूजा का अधिकार मिले; इस मांग को लेकर हिन्दुओं ने १५ फरवरी को आंदोलन किया ।