आध्यात्मिक पीडाओंके निवारण हेतु उपयुक्त सनातनका ग्रन्थ !
किसी व्यक्ति की कुदृष्टि उतारने से उसे कौनसे लाभ होते हैं ?
किसी व्यक्ति की कुदृष्टि उतारने से उसे कौनसे लाभ होते हैं ?
आध्यात्मिक दृष्टि से सकारात्मक आकार के आभूषण सात्त्विक स्पंदनों को आकर्षित कर सकते हैं तथा स्त्री को उसकी आध्यात्मिक प्रगति में लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं, तो दूसरी ओर आध्यात्मिक दृष्टि से नकारात्मक आकार के आभूषण रज-तमात्मक स्पंदनों को आकर्षित कर स्त्री के प्रभामंडल पर नकारात्मक प्रभाव करा सकते हैं ।
‘४०-५० वर्षाें से अधिक संगीत के लिए समर्पित इन कलाकारों की ‘संगीत साधना’ अगली पीढी के लिए मार्गदर्शक सिद्ध हो’, इस उद्देश्य से महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की ओर से इन कलाकारों के साथ संवाद किया गया ।
‘कहां स्वेच्छा से आचरण करने हेतु प्रोत्साहित कर मानव को अधोगति की ओर ले जानेवाले बुद्धिप्रमाणवादी और कहां मानव को स्वेच्छा का त्याग करना सिखाकर ईश्वरप्राप्ति करवानेवाले संत !’
हिन्दुओं को ‘भगवाधारी आतंकवादी’ कहनेवाली ममता बनर्जी के पार्टी की गुंडागर्दी एवं राष्ट्रघाती कार्यवाही के विषय में मौन है, इस पर ध्यान दें !
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए भी साधुओं की हत्या होना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं । क्या इसके पीछे बडा षडयंत्र है ?, इसकी खोज राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को करनी चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
अल्पसंख्यकों को मुख्य धारा में लाने का चाहे कितने भी प्रयास क्यों न किए जाए; परंतु तब भी अल्पसंख्यकों के लिए उनका धर्म ही ‘प्रथम’ होता है, इसे ध्यान में रखिए !
हमें जिन बातों की जानकारी होती है, उसे परिपूर्ण मानकर हम उनके आधार पर कुछ निष्कर्ष निकालते रहते हैं अथवा उस विषय में स्वयं का मत बना लेते हैं, तथापि उन्हीं बातों में ऐसे अनेक पक्ष होते हैं, जिनके विषय में हमें कुछ भी ज्ञात नहीं होता । कुछ दिन पूर्व ही गोवा में आयोजित … Read more
जावेद नामक एक २६ वर्षीय मुसलमान युवक ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में ‘हेबियस कॉर्पस’ याचिका प्रविष्ट की । (‘हेबियस कॉर्पस’ का अर्थ है किसी व्यक्ति को अवैध रूप से बंद कर रखा गया हो, तो उच्च न्यायालय संविधान के अनुच्छेद २२६ के अनुसार हेबियस कॉर्पस याचिका प्रविष्ट कर लेता है ।) इस याचिका में उसने कहा कि १६ वर्षीय लडकी, जो मेरी पत्नी है, उसे सेक्टर १६, पंचकुला के सुधारगृह में रखा गया है ।
‘भारत देश स्वतंत्रता मिलने से लेकर विगत ७५ वर्षाें से आतंकवाद का सामना कर रहा है । इस आतंकवाद के कारण प्राणों तथा राष्ट्रीय संपत्ति की अपार हानि हो रही है । आतंकवाद के कारण देश का संपूर्ण वातावरण भी दूषित हो गया है ।