RSS path sanchalan (route march) : तमिलनाडु में रा. स्व. संघ के पथ संचलन हेतु सर्वोच्च न्यायालय की अनुमति
संघ को मुसलमानविरोधी कहनेवाले द्रमुक स्वयं हिन्दूविरोधी हैं, यह दर्शा रहे हैं !
संघ को मुसलमानविरोधी कहनेवाले द्रमुक स्वयं हिन्दूविरोधी हैं, यह दर्शा रहे हैं !
केरल उच्च न्यायालय द्वारा पटाखों पर लगाए प्रतिबंध के विरोध में राज्य के मंदिरों का व्यवस्थापन देखनेवाले सरकारी देवस्वम् बोर्ड एवं न्यास आगे अपील करने का विचार कर रहा है ।
उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति ने किया अधिवक्ताओं को आवाहन !
अंजुमन इंतेजेमिया मस्जिद कमेटी ने इस संबंध में याचिका प्रविष्ट की थी ।
राजकीय पक्षों को मिलनेवाले चंदे (डोनेशन) की जानकारी मिलना, यह नागरिकों का मूलभूत अधिकार नहीं है । इसलिए डोनेशन की जानकारी लोगों को नहीं मिलती । ऐसा होते हुए भी ‘इलेक्टोरल बाँड’की व्यवस्था रहित भी नहीं की जा सकती, ऐसा युक्तिवाद वेंकटरमनी ने न्यायालय में किया ।
सद्यः स्थिती में प्रत्येक मनुष्य अधिकार ही बताता है परंतु दूसरे के लिए त्याग करने को सिद्ध नहीं । इसलिए कावेरी प्रश्न जैसे अनेक प्रश्न वर्तमान में फैल रहे हैं । यह बार-बार प्रशासनिक व्यवस्था की विफलता तथा सनातन धर्मराज्य की (हिन्दू राष्ट्र) आवश्यकता को हमारे सामने लाता है !
उच्चतम न्यायालय का केंद्र और राज्य सरकारों को आदेश
विधि बदलने का काम संसद का है, न्यायालय का नहीं! – सर्वोच्च न्यायालय ने किया स्पष्ट !
झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक सीता सोरेन के विरुद्ध एक प्रकरण की सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने यह टिप्पणी की ।
सर्वाेच्च न्यायालय ने केंद्रसरकार, मध्यप्रदेश और राजस्थान सरकार को भेजी कानूनी नोटिस !