बेंगलुरु के एक पब में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वाले २ मुसलमान गिरफ्तार !

भारत में सब प्रकार की सुख-सुविधाएं भोगने वाले ऐसे लोगों को कंगाल पाकिस्तान में भेज देना ही उचित रहेगा !

Conversion: सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) में निर्धन तथा आदिवासी हिन्‍दुओं का धर्म परिवर्तन कराने वाले ४२ लोगों के विरुद्ध अपराध प्रविष्‍ट किया गया ।

देश में ऐसी घटनाएं इसलिए नहीं रुकीं क्‍योंकि देश में धर्मांतरण विरोधी कोई कठोर  कानून नहीं है तथा ऐसे लोगों के लिए कोई दंड नहीं है । हिन्‍दुओं को लगता है कि केंद्र सरकार को इसके लिए प्रयास करना चाहिए !

राजस्थान एवं छत्तीसगढ राज्यों में कांग्रेस की पराजय !

भाजपा ने ४ में से ३ विधानसभा क्षेत्रों पर विजय प्राप्त की
मध्य प्रदेश में भाजपा ने बनाई रखी सत्ता !
तेलंगाना में कांग्रेस की विजय

Shri Krishna Janmabhoomi : श्रीकृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति के लिए न्यायालय में याचिका डालने वाले सत्यम पंडित को जान से मारने की धमकी !

धमकी पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने दी !

कालानुरूप अपेक्षित ऐसे प्रचारमाध्यमों का प्रयोग कर मंदिरों द्वारा उनके विषय समाज तक पहुंचने चाहिएं ! – श्री. नीलेश खरे, संपादक, ‘जी २४ तास’

अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए हमने तीर्थयात्रा, मेलों के वृत्त चैनल पर कैसे प्रसारित कर सकेंगे ‘, इसका विचार कर इसका वृत्त देने का प्रयास किया ।

Advocate Vishnu Jain : काशी-मथुरा मुक्त कर पुनः सनातन धर्म को सौंपने का समय आ गया है ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, सर्वोच्च न्यायालय

ओजर में आयोजित ‘महाराष्ट्र मंदिर-न्यास परिषद’ में उपस्थित मंदिरों के न्यासियों को मंदिरों की रक्षा के लिए संघर्ष करने का आवाहन करते समय ऐसा बोल रहे थे ।

धर्म, भक्त एवं देवताओं का हित ध्यान में लेकर मंदिरों का व्यवस्थापन करें !

‘मंदिर सुव्यवस्थापन’ परिसंवाद में न्यासियों की भावना !

अगर हिन्‍दू राष्ट्र के लिए जागृत नहीं हुए तो कल इस्‍लामी राष्‍ट्र में रहना पड़ेगा ! – डॉ. नील माधवदास, संस्‍थापक, तरुण हिन्‍दू

भारत को हिन्‍दू राष्ट्र कैसे घोषित किया जा सकता है, इसपर विचारमंथन तथा रूपरेखा तैयार करने के उद्देश्‍य से हिन्‍दू जनजागृति समिति द्वारा २ तथा ३ दिसंबर को २ दिवसीय ’हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन’ का आयोजन किया गया ।

२६४ मंदिरों में लागू होगी वस्‍त्र संहिता, महाराष्ट्र के १६ जिलों में होगा ’जिला मंदिर न्‍यास सम्‍मेलन’ !

यहां आयोजित ’महाराष्ट्र मंदिर न्‍यास परिषद’ का समापन ३ दिसंबर को हुआ । ‘महाराष्ट्र मंदिर न्‍यास परिषद’ में समान कृति कार्यक्रम निश्‍चित !