Nijjar Murder Case : भारत और प्रधानमंत्री मोदी के विरुद्ध कोई प्रमाण नहीं ! – ट्रुडो सरकार

कनाडा के खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर का हत्या प्रकरण

Adani Group : भारत में सरकारी अधिकारियों को ठेका पाने के लिए दी गई २ हजार करोड़ रुपए की घूस !

क्या इस प्रकार के निरंतर आरोपों लगा कर भारत में आर्थिक अस्थिरता निर्माण करने कोई अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है ? भारत को भी इस में अन्वेषण करने की आवश्यकता है !

भारत को अपनी महान हिन्दू संस्कृति को पुनर्स्थापित करना चाहिए ! – अलेक्जेंडर डुगिन, पुतिन के राजनीतिक गुरु

डुगिन ने अखण्ड भारत पर भी टिप्पणी की है !

Hindu Girls Kidnapped In Pakistan : पाकिस्‍तान के सिंध प्रांत में २ हिन्दू बालिकाओं का अपहरण कर बलपूर्वक करवाया धर्मांतरण और विवाह !

जबतक भारत पाकिस्‍तान को पाठ नहीं पढ़ाएगा, तबतक वहां ऐसी घटनाएं नहीं रुकेंगी !

Talks On India-China Air Services : G-२० शिखर सम्मेलन में भारत-चीन सीधी उडान सेवा शुरू करने पर चर्चा !

मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू होने की संभावना

India’s UN Ambassador On Pakistan : पाक से चर्चा की पहली शर्त आतंकवाद को समाप्त करना !

संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ में भारत के राजदूत का वक्‍तव्‍य

III World War : तीसरा महायुद्ध आरंभ हो गया ! – रूस के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष मेदवेदेव

तीसरा महायुद्ध आरंभ हो गया है । अमेरिका ने युक्रेन काे रूस पर मिसाइल द्वारा आक्रमण करने हेतु अनुमति देकर यह आरंभ किया है । रूस के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने ऐसा वक्तव्य दिया है ।

Canada Allegations On Narendra Modi : (और इन्हें सुनिए…. ) ‘प्रधानमंत्री मोदी को थी,  निज्जर की हत्या के षड्यंत्र की जानकारी !’ – कनाडा का आरोप

भारत को अब कठोर निर्णय लेने की नितांत आवश्यकता है क्योंकि कनाडा सीमा का उल्लंघन कर रहा है। भारत को कनाडा का बहिष्कार कर उससे सारे संबंध विच्छेद करने देने चाहिए !

G20 IndiaChina Meet : डेमचोक तथा देपसांग से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया की समीक्षा की !

सैनिकों की वापसी के निर्णय के पश्चात दोनों नेताओं के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बैठक थी ।

US Slams Bangladesh : हम शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन अथवा हिंसक कार्रवाइयों में बांग्लादेश सरकार की भागीदारी का समर्थन नहीं करते हैं ।

यह स्पष्ट तथ्य है कि बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति के पीछे अमेरिका का हाथ है । इसलिए अमेरिका इस प्रकार के कितने भी बयान दे, इसका कोई विशेष अर्थ नहीं है ।