संपादकीय : केजरीवाल अमेरिका को इतने प्रिय क्यों ?

भारत का मित्र देश होने का नाटक कर भारतविरोधी गतिविधियां चलानेवाले अमेरिका को उसे समझ में आनेवाली भाषा में ही उत्तर देना आवश्यक !

वक्फ बोर्ड – भारत की भूमि हडपनेवाला बोर्ड !

वक्फ बोर्ड को दिए गए असीमित अधिकारों के कारण इस बोर्ड की स्थिति, हम भारत की और कितनी भूमि हडप लें ?, ऐसी बन गई है ।

भारतीय कालगणना एवं वैदिक घडी !

भारत में विगत २ सहस्र ५०० वर्षाें में अनेक कालगणनाएं उत्पन्न हुईं अथवा प्रचलित की गईं । इनमें से कुछ शुद्ध भारतीय, कुछ विदेशी, जबकि कुछ मिश्र स्वरूप की हैं ।

श्रीराम नवमी एवं हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं !

श्रीराम नवमी के दिन रामतत्त्व सामान्य की तुलना में १ सहस्र गुना सक्रिय रहता है । इस बढे हुए तत्त्व का लाभ लेने हेतु श्रीराम नवमी के दिन ‘श्रीराम जय राम जय जय राम ’ नामजप तथा प्रार्थना एवं श्रीराम की अन्य उपासना अधिकाधिक करें ।

श्रीराम नवमी एवं हनुमान जयंती के निमित्त उनके विषय में कुछ विशेष जानकारी…

देवताओं एवं अवतारों की जन्मतिथि पर उनका तत्त्व भूतल पर अधिक सक्रिय रहता है । श्रीरामनवमी के दिन रामतत्त्व सामान्य की तुलना में १ सहस्र गुना सक्रिय रहता है ।

आज के रावणों के विरुद्ध लडने हेतु श्रीराम की सहायता चाहिए !

हिन्दू धर्म को माननेवाली जर्मन लेखिका मारिया वर्थ ने इस लेख के द्वारा प्रभु श्रीराम, श्रीराम मंदिर, हिन्दू धर्म एवं वर्तमान स्थिति का जो अवलोकन किया है, वह यहां दे रहे हैं ।

अयोध्या को गतवैभव प्राप्त करवानेवाले सम्राट विक्रमादित्य !

प्रभु श्रीराम की अयोध्यानगरी की गणना ७ मोक्षनगरियों में की जाती है । उसका आध्यात्मिक महत्त्व, उसे गतवैभव प्राप्त करवाने में सम्राट विक्रमादित्य द्वारा किया गया कार्य इस लेख के द्वारा यहां दे रहे हैं, जिससे रामभक्त पाठकों की प्रभु श्रीराम के प्रति श्रद्धा बढेगी ।

रामायण धारावाहिक का प्रभाव तथा प्रभु श्रीराम के दैवीय अस्तित्व की साक्षात्कारी घटनाएं !

दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक ‘रामायण’ से सभी भारतीय  सुपरिचित हैं । इस धारावाहिक के कारण वास्तव में रामायण घर-घर पहुंचा । यह धारावाहिक बनाना चुनौतीपूर्ण कार्य था । उ इस बडे धारावाहिक के चित्रीकरण से संबंधित कुछ बातें बहुत ही विशेषतापूर्ण हैं ।

हिन्दुओं के लिए तथा भारत की दृष्टि से प्रभु श्रीराम का अनन्यसाधारण महत्त्व !

‘लाखों वर्ष उपरांत भी तथा सहस्रों पीढियां बीत जाने पर भी प्रभु श्रीराम जनमानस में आदरणीय हैं; इसीलिए वे अविनाशी भगवान हैं’, यह दर्शाता है । श्रीराम का महत्त्व प्रत्येक हिन्दू के लिए अनन्यसाधारण है । श्रीराम से संबंधित कुछ उल्लेखनीय सूत्र यहां दिए गए हैं

देवताओं के विषय में सनातन के लघुग्रंथ

श्रीविष्णु का कार्य एवं विशेषताएं क्या हैं ? श्रीविष्णु को तुलसी क्यों अर्पित करते हैं ? ये जानने के लिए अवश्य खरीदे लघुग्रंथ ” श्री विष्णु”